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Up Kiran, Digital Desk: वाराणसी के आशापुर स्थित अनंता कन्वेंशन सेंटर में हाल ही में एक ऐतिहासिक क्षण सामने आया। थाई बॉक्सिंग इंडिया फेडरेशन ने राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर देश के जाने-माने मार्शल आर्ट्स विशेषज्ञ ग्रैंड मास्टर सईद आलम को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया। यह सम्मान आत्मरक्षा और मार्शल आर्ट्स के क्षेत्र में उनके चार दशकों के योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया।

समारोह में रहा गरिमामय माहौल

इस भव्य समारोह में मुख्य अतिथि माननीय दया शंकर मिश्र (स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार) ने ग्रैंड मास्टर सईद आलम को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर थाई बॉक्सिंग इंडिया फेडरेशन के संस्थापक पी. वाय. अतर और जनरल सेक्रेटरी सैय्यद इमरान हुसैन भी मौजूद रहे। उनका समर्थन और उपस्थिति कार्यक्रम की गरिमा को और भी ऊंचाई तक ले गई।

ग्रैंड मास्टर सईद आलम : प्रेरणा के स्रोत

झारखंड के चाईबासा शहर के बड़ी बाजार क्षेत्र निवासी सईद आलम ने बीते 40 वर्षों से न केवल मार्शल आर्ट्स को बढ़ावा दिया, बल्कि देशभर में हज़ारों विद्यार्थियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया है। उनके प्रशिक्षण ने युवाओं के अंदर आत्मविश्वास और अनुशासन की भावना को मज़बूत किया है। साथ ही उन्होंने महिलाओं और बच्चों को भी सुरक्षित रहने की तकनीकें सिखाईं, जो आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बन चुकी है।

युवाओं को सशक्त करने की दिशा में अहम भूमिका

ग्रैंड मास्टर आलम का जीवन एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति अपने समर्पण और परिश्रम से समाज में बदलाव ला सकता है। उन्होंने न सिर्फ खेल को बढ़ावा दिया बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके प्रशिक्षित विद्यार्थी आज विभिन्न क्षेत्रों में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।

सम्मान एक प्रेरणा, लेकिन सफर अभी जारी

हालांकि उन्हें यह लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला है, फिर भी ग्रैंड मास्टर सईद आलम का सफर रुका नहीं है। वह लगातार नई पीढ़ी को प्रशिक्षित कर रहे हैं और आत्मरक्षा के महत्व को समाज तक पहुंचा रहे हैं। उनका सपना है कि भारत का हर नागरिक आत्मनिर्भर और सुरक्षित महसूस करे।

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