Up kiran,Digital Desk : मुंबई में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। अदालत ने वायु प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण न कर पाने को गंभीर चूक मानते हुए बीएमसी आयुक्त और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) के शीर्ष अधिकारी को तलब किया है। हाई कोर्ट ने साफ कर दिया है कि इस गंभीर मुद्दे पर किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
मुख्य न्यायाधीश श्री चंद्रशेखर और न्यायमूर्ति गौतम की पीठ ने मुंबई की खराब एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह आदेश दिया। अदालत ने बीएमसी आयुक्त और एमपीसीबी के सदस्य सचिव को मंगलवार को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों की निष्क्रियता पर सवाल
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने टिप्पणी की कि शुरुआती तौर पर ऐसा लगता है कि संबंधित विभागों ने प्रदूषण रोकने के लिए समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए। अदालत ने कहा कि जब तक कोर्ट ने खुद इस मुद्दे पर संज्ञान नहीं लिया, तब तक ठोस कार्रवाई नहीं की गई। पीठ ने स्पष्ट किया कि जिम्मेदारी तय की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों को नोटिस जारी होंगे।
समिति की रिपोर्ट में गंभीर खामियां
हाई कोर्ट की ओर से गठित समिति ने मुंबई और नवी मुंबई के 44 स्थानों का निरीक्षण किया। रिपोर्ट में सामने आया कि कई प्रदूषण प्रभावित इलाकों में निगरानी व्यवस्था लगभग नदारद है। बीएमसी और एमपीसीबी की गाइडलाइंस का पालन नहीं किया जा रहा। इसके अलावा सरकार के ‘समीयर’ ऐप पर दिखाए जा रहे AQI आंकड़ों और थर्ड पार्टी ऐप्स के आंकड़ों में भी बड़ा अंतर पाया गया।
नए हाईकोर्ट परिसर की साइट पर लापरवाही
बांद्रा (पूर्व) स्थित सरकारी कॉलोनी में प्रस्तावित नए हाईकोर्ट भवन की जगह पर गंभीर उल्लंघन सामने आए। रिपोर्ट के अनुसार, वहां बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ का काम बिना धूल नियंत्रण उपायों के किया गया। न तो बैरिकेडिंग की गई थी, न ही पानी का छिड़काव, स्मॉग गन या गीले कवर का इस्तेमाल हुआ।
इसके अलावा खुले सार्वजनिक क्षेत्र के पास गैस सिलेंडर से स्टील कटिंग की गई, जिससे आग और सुरक्षा का बड़ा खतरा पैदा हो गया। साइट पर न तो टिन शीट या तिरपाल लगाए गए थे और न ही एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग उपकरण मौजूद थे।
इन सभी खामियों को गंभीर मानते हुए हाई कोर्ट ने अधिकारियों को जवाबदेह ठहराने के संकेत दिए हैं। अब अदालत के सख्त रुख के बाद यह देखना अहम होगा कि बीएमसी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड वायु प्रदूषण से निपटने के लिए क्या ठोस कदम उठाते हैं।




