
राजस्थान के बारां में तीन दिवसीय उत्सव का समापन एक दर्दनाक हादसे के साथ हुआ। गुरुवार सुबह हॉट एयर बैलून के ट्रायल रन के दौरान 40 साल के वासुदेव खत्री की जान चली गई। कोटा के रहने वाले खत्री एक अनुभवी कर्मचारी थे, मगर आसमान में उठा बैलून उनकी जिंदगी को जमीन पर पटक लाया। पुलिस ने इसे हादसा करार दिया है, मगर यह घटना उत्सव की चमक को मातम में बदल गई। आइए इस त्रासदी की कहानी को करीब से जानें।
सुबह का वो खौफनाक मंजर
ये हादसा सुबह करीब सात बजे खेल संकुल परिसर में हुआ। बारां के 35वें स्थापना दिवस के लिए आयोजित उत्सव के आखिरी दिन हॉट एयर बैलून की सैर का प्लान था। ट्रायल रन शुरू हुआ, मगर अचानक बैलून अनियंत्रित होकर आसमान में उड़ गया। उस वक्त वासुदेव खत्री एक रस्सी थामे हुए थे। डीएसपी (बारां शहर) ओमेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि बैलून 60 फीट से ज्यादा ऊपर पहुंच गया। खत्री रस्सी छोड़ नहीं पाए और उसके साथ ऊपर चले गए। फिर रस्सी टूट गई, और वह नीचे गिर पड़े।
खत्री को तुरंत बारां जिला अस्पताल ले जाया गया, मगर गंभीर चोटों ने उन्हें नहीं बचाया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और पुलिस जांच में जुट गई है।
हैरानी की बात ये है कि खत्री कोई नौसिखिया नहीं था। डीएसपी शेखावत के मुताबिक, वो हॉट एयर बैलून के क्षेत्र में 20 साल से काम कर रहा था और विशेषज्ञ माना जाता था। घटना के वक्त जिला प्रशासन के अधिकारी और पुलिस मौके पर मौजूद थे, मगर कोई भी इस हादसे को रोक नहीं सका। एक चश्मदीद ने बताया कि सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि किसी को समझ ही नहीं आया। बैलून ऊपर गया और अगले ही पल खत्री जमीन पर थे।
बता दें कि तीन दिन पहले मंगलवार को बारां उत्सव की शुरुआत ढोल-नगाड़ों के साथ हुई थी। अब समापन बुरी घटना के साथ हुआ।