
Up Kiran, Digital Desk: एक नई और प्रभावशाली स्वास्थ्य अनुसंधान के अनुसार, बहुत कम जन्म वजन (very low birth weight) वाले समय से पहले जन्मे बच्चों (preterm babies) को एंटीबायोटिक्स के साथ प्रोबायोटिक्स देने से उनकी आंतों में बहु-दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया (multidrug-resistant bacteria) की संख्या कम हुई है और उनका आंत का माइक्रोबायोम (gut microbiome) अधिक सामान्य हो गया है। यह खोज उन नन्हे-मुन्नों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है जो जन्म के बाद अक्सर गंभीर संक्रमणों और एंटीबायोटिक प्रतिरोध के जोखिम का सामना करते हैं।
'नेचर कम्युनिकेशंस' में प्रकाशित अध्ययन: प्रोबायोटिक्स का चमत्कार
यह अध्ययन, जो प्रतिष्ठित जर्नल 'नेचर कम्युनिकेशंस' (Nature Communications) में प्रकाशित हुआ है, यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया था। इसमें 34 ऐसे समय से पहले जन्मे बच्चों पर परीक्षण किया गया जिनका जन्म वजन 1,500 ग्राम से कम था। ये बच्चे दुनिया भर में होने वाले कुल जन्मों का लगभग 1-1.5 प्रतिशत होते हैं। शोधकर्ताओं ने जन्म के बाद पहले तीन हफ्तों तक इन बच्चों के आंत के बैक्टीरिया (gut bacteria) का अनुक्रमण (sequencing) किया।
एंटीबायोटिक प्रतिरोध को मात देने की क्षमता
अध्ययन में पाया गया कि जिन बच्चों को बिफीडोबैक्टीरियम (Bifidobacterium) सहित एक विशेष प्रकार के प्रोबायोटिक का उपचार दिया गया था, उनके आंत में सामान्य रूप से पाए जाने वाले बैक्टीरिया, जो कि पूर्ण-अवधि (full-term) वाले बच्चों के आंत माइक्रोबायोम से जुड़े होते हैं, वे सामान्य स्तर पर पाए गए। इस प्रोबायोटिक उपचार ने न केवल एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीन (antibiotic resistance genes) की प्रचुरता को कम करने में मदद की, बल्कि आंत में बहु-दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया की संख्या को भी काफी घटाया।
सुरक्षा और स्वास्थ्य लाभ: एक डबल जीत!
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि दवा प्रतिरोधी रोगजनकों (drug-resistant pathogens), जिनमें एंटरोकोकस (Enterococcus) जैसे बैक्टीरिया भी शामिल थे, का स्तर भी कम पाया गया। एंटरोकोकस बैक्टीरिया संक्रमण के जोखिम और लंबे समय तक अस्पताल में रहने से जुड़े होते हैं। प्रोफेसर लिंडसे हॉल (Professor Lindsay Hall), जो यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम से हैं, ने इस पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हमने पहले ही दिखाया है कि प्रोबायोटिक्स कमजोर समय से पहले जन्मे बच्चों को गंभीर संक्रमण से बचाने में अत्यधिक प्रभावी हैं, और यह अध्ययन अब बताता है कि ये प्रोबायोटिक्स शिशु की आंत में एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीन और बहु-दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया की उपस्थिति को भी काफी कम करते हैं।"
स्वाभाविक रूप से स्वस्थ आंत की ओर
जिन बच्चों को प्रोबायोटिक्स मिले, उनमें आंत में स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाले कुछ सकारात्मक बैक्टीरिया (positive bacteria) का स्तर भी अधिक देखा गया। यह दर्शाता है कि प्रोबायोटिक्स न केवल 'खराब' बैक्टीरिया से लड़ते हैं, बल्कि स्वस्थ आंत के विकास को भी बढ़ावा देते हैं।
यह शोध नवजात शिशु स्वास्थ्य (neonatal health) और बाल रोग (pediatrics) के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है। यह एंटीबायोटिक्स के अत्यधिक उपयोग से उत्पन्न होने वाली चिंताओं को दूर करने में मदद कर सकता है और समय से पहले जन्मे बच्चों की देखभाल के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका प्रदान कर सकता है। यह अध्ययन प्रोबायोटिक्स के महत्व को रेखांकित करता है, खासकर उन शिशुओं के लिए जिनका इम्यून सिस्टम (immunity) अभी विकसित हो रहा होता है। भारत जैसे देशों में जहाँ नवजात शिशु मृत्यु दर एक चुनौती बनी हुई है, इस तरह के शोध जीवन बचाने और बाल स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
--Advertisement--