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Up Kiran, Digital Desk: बिहार की पावन धरती पर बुधवार को एक आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संचार हुआ, जब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मुजफ्फरपुर जिले के मधुबनी पंचायत के राधानगर पताही चौसीमा पहुंचे। विष्णु महायज्ञ के इस आयोजन में शास्त्री जी की उपस्थिति ने श्रद्धालुओं के बीच एक विशेष उत्साह और आस्था का माहौल पैदा कर दिया। इस अवसर पर बाबा बागेश्वर का बिहार के प्रति प्रेम, भावुकता और अगला जन्म यहीं लेने की अभिलाषा ने पूरे कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया।
बिहार के लिए बाबा की भावना: अगला जन्म यहीं!
कार्यक्रम में धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का हृदय बिहार की मिट्टी से इतना जुड़ा दिखा कि उन्होंने भोजपुरी में बोलते हुए कहा कि अगर अगला जन्म लेना हो, तो मैं बिहार की धरती पर लेना चाहूंगा।
ये सिर्फ एक वाक्य नहीं बल्कि उस भावनात्मक रिश्ता का प्रतीक था जो उन्होंने बिहार और यहां के लोगों से अनुभव किया। उन्होंने मुजफ्फरपुरवासियों के धैर्य की सराहना करते हुए कहा कि धन्य हैं मुजफ्फरपुरवासी, तुम्हारे धैर्य को प्रणाम। बाला जी की कृपा आप सभी पर अवश्य होगी।
बाबा बागेश्वर ने स्वीकार किया कि वे मंगलवार को निर्धारित समय शाम 6 बजे के बजाय रात 10 बजे पहुंचे। उन्होंने इसे भावनात्मक रूप से 'कर्ज' बताया और श्रद्धालुओं से वादा किया कि वह जल्दी लौटकर इसे चुकाएंगे। उन्होंने कहा कि ये कर्ज है, जिसे जल्द चुकाने आऊंगा। अगले वर्ष तीन दिन की कथा और दरबार के साथ फिर आऊंगा।
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