Up Kiran, Digital Desk: जब भी बात हल्के-फुल्के, स्वादिष्ट और सेहतमंद नाश्ते की होती है, तो साउथ इंडियन खाने का नाम सबसे पहले दिमाग में आता है. और इसमें भी, इडली और डोसा तो जैसे हर किसी के फेवरेट हैं. लेकिन, जब कोई वज़न घटाने की कोशिश कर रहा हो, तो अक्सर इस सवाल पर आकर गाड़ी अटक जाती है - "इन दोनों में से क्या खाएं?"
यह कन्फ्यूजन बहुत आम है, क्योंकि दोनों ही चावल और दाल के घोल से बनते हैं. पर असल में, इन्हें बनाने का तरीका ही इन्हें एक-दूसरे से बिलकुल अलग बना देता है. चलिए, आज इस गुत्थी को सुलझाते हैं.
आइए, पहले इडली को समझते हैं
इडली किसी तकिये की तरह नरम, मुलायम और हल्की होती है. इसे चावल और उड़द दाल के खमीर उठे हुए घोल (fermented batter) से भाप में पकाया (steamed) जाता है.
सबसे बड़ा प्लस पॉइंट: इसे बनाने में ज़रा भी तेल का इस्तेमाल नहीं होता. भाप में पकाने की वजह से यह बहुत ही हेल्दी होती है.
कैलोरी का गणित: एक मीडियम साइज़ की इडली में सिर्फ़ 40 से 60 कैलोरी होती हैं.
फायदे: यह पचने में बहुत आसान होती है. खमीर उठने की वजह से यह हमारे पेट के लिए भी अच्छी है. इसे खाने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे आप फालतू खाने से बचते हैं.
अब बात करते हैं डोसा की: डोसा कुरकुरा, सुनहरा और बेहद स्वादिष्ट होता है. इसे भी उसी घोल से बनाया जाता , लेकिन इसे भाप में नहीं, बल्कि तवे पर तेल या घी लगाकर सेका (pan-fried) जाता है.
दिक्कत कहाँ है? यहीं सारा खेल बदल जाता . तेल या घी में सिकने की वजह से इसमें कैलोरी और फैट, दोनों की मात्रा इडली के मुकाबले काफी ज़्यादा हो जाती है.
कैलोरी का गणित: एक सादे (Plain) डोसे में ही लगभग 120 से 150 कैलोरी हो सकती . और अगर आपने आलू के मसाले वाला 'मसाला डोसा' खाया, तो यह आंकड़ा आराम से 300 से 400 कैलोरी के पार पहुंच जाता है.
नुकसान: ज़्यादा तेल और हाई-कैलोरी स्टफिंग (जैसे आलू का मसाला) आपके वेट लॉस प्लान के लिए अच्छा नहीं ਹੈ.
तो, असली विजेता कौन है: अगर हम सिर्फ़ वज़न घटाने के नज़रिए से देखें, तो इस मुकाबले में इडली साफ़ तौर पर विजेता है.
इसकी सीधी-सी वजह है इसे बनाने का तरीका. इडली स्टीम्ड (steamed) और तेल-मुक्त (oil-free) होती है, जबकि डोसा फ्राइड (fried) होता ਹੈ.
क्या इसका मतलब है कि डोसा बिलकुल न खाएं?
ऐसा भी नहीं है. अगर आपका डोसा खाने का बहुत मन है, तो आप उसे हेल्दी बना सकते हैं. जैसे:
घर पर बनाते समय बहुत कम तेल का इस्तेमाल करें.
आलू की स्टफिंग की बजाय, पनीर या सब्ज़ियों की स्टफिंग करें.
चावल की जगह रागी या ओट्स के घोल से डोसा बनाएं.
आख़िरी सलाह: अगली बार जब आप साउथ इंडियन रेस्टोरेंट में जाएं और वज़न की चिंता सताए, तो बिना सोचे-समझे इडली ऑर्डर करें. यह स्वादिष्ट भी ਹੈ और आपके वेट लॉस के सफ़र का साथी भी. और हां, आप इसे किसके साथ खा रहे , यह भी ज़रूरी है. नारियल की चटनी कम और ढेर सारे सांभर (जिसमें ख़ूब सब्ज़ियां हों) के साथ इसका मज़ा लें.
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