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Punjab Police warning to farmers: सरकार और पंजाब पुलिस ने किसानों के आंदोलन को कुचल दिया है और खनौरी और शंभू दोनों सीमाओं से किसानों को हटा दिया है। पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की इस दमनकारी कार्रवाई से पंजाब और हरियाणा के किसानों में भारी रोष है। किसान संगठन नियमित बैठकें कर रहे हैं और ऐसी खबरें हैं कि जल्द ही बड़ी कार्यनीति तैयार की जाएगी। इस बीच पंजाब पुलिस के डीआईजी पटियाला रेंज मनदीप सिद्धू ने किसानों को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि किसान दोबारा किसान आंदोलन करने की न सोचें, वरना इस बार वे भी पूरी तरह तैयार हैं।

डीआईजी का दावा- हरियाणा के लोग कह रहे हैं अच्छी कार्रवाई

उन्होंने कहा कि खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाने की ‘क्लीन स्वीप’ योजना के लिए हरियाणा के लोग उन्हें फोन पर बधाई दे रहे हैं। हरियाणा के किसानों का कहना है कि आपने किसानों को ऊपर उठाकर अच्छा काम किया है, जिससे आम लोगों को परेशानी हो रही है।

उन्होंने कहा कि शंभू बॉर्डर को एक तरफ से खोल दिया गया है, लेकिन खनौरी बॉर्डर जो कि एक बड़े आंदोलन का स्थल था। वहां जगजीत सिंह दल्लेवाल बैठे थे। खनौरी बॉर्डर पर किसानों को उठाने का काम रात को किया गया। शुरुआत में बॉर्डर पर करीब 600 किसान थे। बाद में करीब 400 किसानों को हिरासत में लिया गया।

आगे उन्होंने बताया कि किसानों की ट्रैक्टर ट्रॉलियों को सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है। अब किसान बाद में अपनी संपत्ति के दस्तावेज और एक व्यक्ति को गवाह के तौर पर लेकर आएगा, जिसके बाद किसान को उसका सामान दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से उठाया गया है और किसानों ने भी पुलिस का सहयोग किया है।