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Up kiran,Digital Desk : क्या आपको भी ऐसा महसूस होता है कि 40 की उम्र पार करते ही शरीर के पुर्ज़े ढीले होने लगते हैं? कभी घुटनों में दर्द, कभी वज़न का बढ़ना, तो कभी बेवजह की थकान... ऐसा लगता है मानो शरीर अब पहले जैसा साथ नहीं दे रहा। यह कोई अनोखी बात नहीं है, हम में से ज़्यादातर लोग ऐसा ही महसूस करते हैं।

लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम इसे अपनी क़िस्मत मानकर बैठ जाएँ। लंबी और सेहतमंद ज़िंदगी का राज़ किसी महँगी दवा में नहीं, बल्कि हमारी अपनी रोज़ की छोटी-छोटी आदतों में छिपा है।

अगर आप भी 40 के आँकड़े को पार कर चुके हैं या करने वाले हैं, तो चलिए, आज से ही अपनी ज़िंदगी में ये 4 आसान से बदलाव लाते हैं। यक़ीन मानिए, ये बदलाव आपको आने वाले कई सालों तक जवान और तंदुरुस्त बनाए रखेंगे।

1. सोना नहीं, शरीर को 'रिचार्ज' करना है
हम अक्सर नींद को बस एक ज़रूरत समझते हैं, लेकिन 40 के बाद यह आपके शरीर का 'सर्विस सेंटर' बन जाती है। जब आप 7 से 9 घंटे की गहरी नींद लेते हैं, तो आपका शरीर अपनी अंदरूनी मरम्मत करता है, टूटी-फूटी कोशिकाओं को ठीक करता है और दिमाग़ को अगले दिन के लिए तैयार करता है। कम नींद का मतलब है तनाव बढ़ना, वज़न बढ़ना और दिल की बीमारियों को न्योता देना। तो आज से नींद के साथ कोई समझौता नहीं!

2. बैठे रहना एक नई बीमारी है, चलिए थोड़ा हिलते-डुलते हैं
हमारा शरीर चलने-फिरने के लिए बना है, दिन भर एक ही कुर्सी पर बैठे रहने के लिए नहीं। 40 के बाद हमारी मांसपेशियाँ कमज़ोर होने लगती हैं। इसे रोकने का सबसे आसान तरीक़ा है- रोज़ बस 30 मिनट की चहलकदमी। आप तेज़ चल सकते हैं, योग कर सकते हैं, या अपनी पसंदीदा धुन पर थोड़ा नाच भी सकते हैं! यह छोटी-सी आदत आपके दिल को मज़बूत बनाएगी और शरीर में एक नई ऊर्जा भरेगी।

3. पैकेट वाले खाने को कहें 'ना', घर के खाने को कहें 'हाँ'
बाज़ार में मिलने वाले पैकेट-बंद और रेडी-टू-ईट खाने में स्वाद तो बहुत होता है, लेकिन सेहत नहीं। इनमें भरी हुई चीनी, नमक और ख़राब फैट हमारे शरीर में अंदर-ही-अंदर सूजन पैदा करते हैं, जो धीरे-धीरे बुढ़ापे और बीमारियों की वजह बनती है। कोशिश करें कि अपनी थाली में ताज़े फल, सब्ज़ियाँ और घर का बना सादा खाना शामिल करें।

4. बीमार होने का इंतज़ार क्यों करना?
अक्सर हम डॉक्टर के पास तभी जाते हैं, जब कोई बड़ी तकलीफ़ होती है। लेकिन 40 के बाद, कुछ बीमारियाँ जैसे- हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल और शुगर, चुपके से शरीर में घर बना लेती हैं। इसलिए बीमार होने का इंतज़ार मत कीजिए। साल में एक बार अपना रेगुलर हेल्थ चेकअप ज़रूर कराएँ। समय पर पता चल जाने से किसी भी बीमारी को कंट्रोल करना बहुत आसान हो जाता है।

ये आदतें कोई मुश्किल काम नहीं हैं, बस थोड़ी-सी इच्छाशक्ति की ज़रूरत है। याद रखिए, आपकी सेहत ही आपकी सबसे बड़ी पूँजी है।