
Up Kiran, Digital Desk: मानसून का मौसम अपने साथ भले ही राहत और हरियाली लाता है, लेकिन यह कई तरह की स्वास्थ्य चुनौतियों, खासकर मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी-जुकाम, फ्लू और पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ा देता है। इस दौरान हमारी इम्यूनिटी का मजबूत होना बेहद जरूरी है ताकि शरीर इन संक्रमणों से लड़ सके। कमजोर पाचन तंत्र और हवा में मौजूद नमी बीमारियों के लिए अनुकूल माहौल बनाती है। ऐसे में, अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना और अपने शरीर को अंदर से मजबूत बनाना बहुत महत्वपूर्ण है।
खुशखबरी यह है कि हमें अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए महंगे आयातित उत्पादों की जरूरत नहीं है। हमारी रसोई में ही ऐसे कई 'देसी सुपरफूड्स' मौजूद हैं, जो सदियों से आयुर्वेदिक और पारंपरिक चिकित्सा का हिस्सा रहे हैं। आइए जानते हैं ऐसे 7 शक्तिशाली 'देसी सुपरफूड्स' के बारे में जो इस मानसून में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकते हैं:
सूखी अदरक पाउडर (सोंठ):
सूखी अदरक, जिसे सोंठ भी कहते हैं, अपने सूजन-रोधी (एंटी-इंफ्लेमेटरी) गुणों के लिए जानी जाती है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करती है और सर्दी-जुकाम, गले में खराश जैसी आम मानसून बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। आप इसे चाय, काढ़ा या सूप में मिलाकर ले सकते हैं।
मोरिंगा पत्तियां (सहजन पत्ती):
मोरिंगा की पत्तियां, जिन्हें सहजन पत्ती भी कहते हैं, पोषक तत्वों का पावरहाउस हैं। ये विटामिन ए, सी, ई, एंटीऑक्सीडेंट और कैल्शियम, पोटेशियम व आयरन जैसे खनिजों से भरपूर होती हैं। ये इम्यूनिटी को बढ़ाती हैं और शरीर में सूजन को कम करती हैं। आप इन्हें सब्जी, दाल में या पाउडर के रूप में सेवन कर सकते हैं।
हल्दी:
भारत में हर रसोई की शान हल्दी सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली औषधीय बूटी है। इसमें मौजूद करक्यूमिन नामक यौगिक इसे प्रबल एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीसेप्टिक गुण प्रदान करता है। यह इम्यूनिटी को मजबूत करने और संक्रमण से लड़ने में बहुत प्रभावी है। रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना बहुत फायदेमंद माना जाता है।
आंवला:
विटामिन सी का सबसे समृद्ध प्राकृतिक स्रोत आंवला एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट है। यह इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है, पाचन में सुधार करता है और शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है। आप इसे कच्चा, जूस या पाउडर के रूप में ले सकते हैं। मानसून में इसका सेवन बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है।
अश्वगंधा:
यह एक प्रसिद्ध एडाप्टोजेनिक जड़ी-बूटी है जो तनाव को कम करने और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। अश्वगंधा नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करती है, जो मजबूत इम्यूनिटी के लिए महत्वपूर्ण है। आप इसे दूध के साथ या कैप्सूल के रूप में ले सकते हैं।
गुडुची / गिलोय:
गुडुची, जिसे गिलोय भी कहते हैं, एक शक्तिशाली इम्यूनोमॉड्यूलेटर है। यह सूजन-रोधी और ज्वरनाशक (एंटीपायरेटिक) गुणों से भरपूर है, जो इसे बुखार और विभिन्न संक्रमणों से लड़ने के लिए एक उत्कृष्ट देसी सुपरफूड बनाता है। गिलोय का रस या काढ़ा मानसून में बेहद लाभकारी होता है।
काली मिर्च:
काली मिर्च केवल आपके भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाती, बल्कि यह कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है। इसमें मौजूद पिपेरिन नामक यौगिक पोषक तत्वों, खासकर हल्दी में मौजूद करक्यूमिन के अवशोषण को बढ़ाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर है और पाचन में सहायता करती है।
इन 'देसी सुपरफूड्स' को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करके आप मानसून के दौरान अपनी इम्यूनिटी को मजबूत कर सकते हैं और बीमारियों से बच सकते हैं। हालांकि, किसी भी नए सप्लीमेंट को शुरू करने से पहले हमेशा एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लेना उचित होता है।
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