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बिहार की राजधानी पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के नगवा गांव में बुधवार दोपहर 12‑1 बजे के बीच एक भयावह वारदात हुई, जिसने पूरे क्षेत्र को हमशक्ल कर दिया। घर पर सो रहे दो बच्चों, अंजली कुमारी (15) और अंशुल कुमार (10), के जलते शव उसी कमरे में बिस्तर पर पाए गए ।
परिजनों का आरोप है कि यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या थी। उन्होंने बताया कि अज्ञात हमलावर घर में घुसकर पहले बच्चों की हत्या कर दी, फिर उन्हें जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी। सदमे में परिवार ने कहा, “हमारे बच्चों ने किसी का क्या बिगाड़ा था?”
प्रोफाइल जानकारी: मृत बच्चों की मां शोभा देवी पटना AIIMS में नर्स और पिता ललन कुमार गुप्ता चुनाव आयोग में कार्यरत हैं।
पुलिस जांच: DSP‑2 दीपक कुमार ने बताया कि फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम, डॉग स्क्वॉड और अन्य तकनीकी जांच टीम मौके पर पहुंच चुकी है। CCTV फुटेज भी खंगाली जा रही है।
हत्याओं की आशंका: SP (West) भानु प्रताप सिंह ने कहा कि हत्या की आशंका को गंभीरता से जांचा जा रहा है और हर पहलू से घटनाक्रम की तहकीकात की जा रही है।
पारिवारिक दर्द और विरोध: ग्रामीणों और परिजनों ने कहा कि अपराधियों ने बच्चों को घर बंद कर अंजाम दिया। कुछ फोरेंसिक सामग्री से जुड़े स्पॉट्स पर भी पुलिस अपनी पकड़ दर्ज कर रही है।इस दृश्य ने इलाके में घातक भय फैला दिया है। शव के बिस्तर पर पड़े होने से स्पष्ट होता है कि अपराधियों ने पहले वारदात की साज़िश की, फिर आग लगाई। परिवार की मान्यता है कि यह कोई दुर्घटना नहीं बल्कि पूर्व नियोजित और भद्दा प्रयास था अपराध को छुपाने का।