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उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सोमवार रात बादल फटने की घटना से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन और SDRF की टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

यह घटना उत्तरकाशी के मकोड़ी और अर्शा गांव के पास हुई, जहां अचानक तेज बारिश के बाद बादल फटने से नाले में उफान आ गया। कई घरों और दुकानें मलबे में दब गईं, जबकि सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हालात की समीक्षा की और प्रभावित इलाकों में त्वरित राहत कार्य के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को हर संभव मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को सतर्क रहने और लगातार निगरानी करने के आदेश दिए हैं।

गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री धामी से बात की और केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। एनडीआरएफ की टीमें भी तैयार रखी गई हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके।

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें।

उत्तरकाशी में आई इस आपदा ने एक बार फिर दिखा दिया है कि पहाड़ी इलाकों में प्राकृतिक आपदाओं का खतरा हमेशा बना रहता है, और सतर्कता ही इसका सबसे बड़ा उपाय है।

 

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