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Up Kiran, Digital Desk: लाल किले के पास हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ स्थिति का जायजा लेने के बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक का एकमात्र मकसद था - धमाके की हर परत को उधेड़ना, अब तक की जांच की समीक्षा करना और आगे के लिए एक ठोस रणनीति तैयार करना।

यह मीटिंग कितनी गंभीर थी, इसका अंदाजा इसमें शामिल हुए अधिकारियों से लगाया जा सकता है। बैठक में देश की सुरक्षा से जुड़े सभी बड़े चेहरे मौजूद थे।

गृह सचिव गोविंद मोहनइंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के निदेशक तपन डेका

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिदेशक सदानंद वसंत दातेदिल्ली 

पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े J&K के DGP

इस बैठक की सबसे खास बात यह थी कि इसमें जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। उनका इस मीटिंग में होना इस बात का बड़ा संकेत है कि जांच एजेंसियां इस धमाके के तार जम्मू-कश्मीर से भी जोड़कर देख रही हैं, खासकर फरीदाबाद मॉड्यूल के सामने आने के बाद।

जांच की हर डिटेल पर हुई बात

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों ने गृह मंत्री को अब तक की जांच का पूरा ब्यौरा दिया। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बताया कि घटनास्थल पर क्या स्थिति है और पुलिस किस दिशा में जांच कर रही है। वहीं, NIA और IB के प्रमुखों ने इस हमले के पीछे की बड़ी साजिश और आतंकी एंगल को लेकर अपनी शुरुआती जांच की रिपोर्ट पेश की।

गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को घटनास्थल और अस्पताल का दौरा करने के बाद ही साफ कर दिया था कि इस मामले की तह तक जाया जाएगा और किसी भी पहलू को छोड़ा नहीं जाएगा।आज की यह बैठक उसी दिशा में एक बड़ा और निर्णायक कदम है। इस मीटिंग के बाद यह तय है कि आने वाले दिनों में जांच और तेज होगी और इस हमले के पीछे छिपे हर चेहरे को बेनकाब करने के लिए एक সমন্বিত कार्रवाई की जाएगी।