
Up Kiran, Digital Desk: अगर आप भी जरूरी कागजात या चिट्ठी भेजने के लिए पोस्ट ऑफिस जाते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भारतीय डाक विभाग ने दशकों से चले आ रहे चिट्ठी भेजने के तरीके में एक ऐतिहासिक बदलाव किया है। 1 सितंबर, 2025 से, आपकी पुरानी और भरोसेमंद 'रजिस्टर्ड पोस्ट' (पंजीकृत डाक) सेवा को 'स्पीड पोस्ट' सेवा के साथ मिला दिया गया है।
सीधे शब्दों में कहें तो, अब आपको 'रजिस्टर्ड पोस्ट' का विकल्प नहीं मिलेगा। अब सिर्फ एक ही प्रीमियम सेवा होगी, जिसका नाम होगा स्पीड पोस्ट। सरकार ने यह फैसला ग्राहकों की सुविधा बढ़ाने और डाक सेवाओं को और बेहतर और तेज बनाने के लिए लिया है।
अब आपके लिए क्या बदला? 10 प्वॉइंट्स में समझें
मिलेगी स्पीड पोस्ट वाली रफ्तार: रजिस्टर्ड पोस्ट पहुंचने में थोड़ा ज्यादा समय लगता था। अब हर जरूरी डाक स्पीड पोस्ट की तेजी से भेजी जाएगी, जिससे आपके पत्र और पार्सल जल्दी अपनी मंजिल तक पहुंचेंगे।
ट्रैकिंग हुई सुपरफास्ट: रजिस्टर्ड पोस्ट की ट्रैकिंग उतनी अच्छी नहीं थी। लेकिन अब हर डाक पर स्पीड पोस्ट वाला बेहतरीन और एंड-टू-एंड ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम मिलेगा। आप आसानी से पता लगा पाएंगे कि आपकी चिट्ठी कहां तक पहुंची है।
कीमत में क्या बदलाव?: सबसे बड़ा सवाल यही है कि अब पैसे कितने लगेंगे? नई सेवा की कीमत स्पीड पोस्ट के आधार पर तय होगी। इसका मतलब है कि यह मौजूदा रजिस्टर्ड पोस्ट से थोड़ी महंगी हो सकती है, लेकिन बदले में आपको बेहतर और तेज सेवा मिलेगी।
'रसीदी' (Acknowledgment Due) का क्या होगा?: बहुत से लोग रजिस्टर्ड पोस्ट के साथ एक पीले रंग का 'रसीदी कार्ड' (AD) भेजते थे, ताकि उन्हें यह सबूत मिल जाए कि पाने वाले को डाक मिल गई है। यह सुविधा स्पीड पोस्ट के साथ भी जारी रहेगी, लेकिन अब यह डिजिटल रूप में भी उपलब्ध होगी। आपको SMS के जरिए डिलीवरी कन्फर्मेशन मिल सकता है।
बढ़ी हुई सुरक्षा: रजिस्टर्ड पोस्ट को उसकी सुरक्षा के लिए जाना जाता था। विभाग ने आश्वासन दिया ہے کہ नई स्पीड पोस्ट सेवा में भी सुरक्षा का उतना ही ध्यान रखा जाएगा।
सरकारी और कानूनी कामों का क्या?: कोर्ट के नोटिस और अन्य कानूनी दस्तावेज जो पहले रजिस्टर्ड पोस्ट से भेजे जाते थे, अब अनिवार्य रूप से स्पीड पोस्ट से ही भेजे जाएंगे। इसे कानूनी तौर पर वैध माना जाएगा।
क्यों लिया गया यह फैसला?: सरकार का मानना है कि दो अलग-अलग प्रीमियम सेवाएं रखने से कन्फ्यूजन बढ़ता था और संसाधनों का सही इस्तेमाल नहीं हो पाता था। इस एकीकरण से डाक विभाग की कार्यक्षमता बढ़ेगी और ग्राहकों को एक सरल और बेहतर अनुभव मिलेगा।
इंटरनेशनल मेल पर भी असर: यह बदलाव घरेलू के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय पंजीकृत डाक पर भी लागू होगा। अब विदेश भेजे जाने वाले जरूरी पत्र भी स्पीड पोस्ट (EMS) के जरिए ही जाएंगे।
क्या साधारण डाक बंद हो गई है?: नहीं। अगर आपको कोई गैर-जरूरी चिट्ठी भेजनी है, तो आप अभी भी साधारण डाक (Ordinary Post) का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें कम पैसे लगते हैं और ट्रैकिंग की सुविधा नहीं होती।
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