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Up Kiran, Digital Desk: भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों को लेकर एक बहुत बड़ी सकारात्मक खबर सामने आई है। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा है कि दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहा टैरिफ विवाद अब सुलझने के बेहद करीब है और अगले 8 से 10 हफ्तों में इस पर अंतिम समाधान निकलने की पूरी उम्मीद है।

क्या था यह 'टैरिफ का गतिरोध'?

यह मामला कुछ साल पहले तब शुरू हुआ था जब अमेरिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए भारत से आने वाले स्टील और एल्यूमीनियम जैसे कुछ उत्पादों पर भारी आयात शुल्क (टैरिफ) लगा दिया था। अमेरिका के इस कदम के जवाब में, भारत ने भी जैसे को तैसा की नीति अपनाते हुए अमेरिका से आने वाले 28 उत्पादों, जिनमें सेब, बादाम, अखरोट और अन्य कृषि उत्पाद शामिल थे, पर जवाबी टैरिफ लगा दिया था।

इस "टैरिफ-युद्ध" के कारण दोनों देशों के बीच व्यापार प्रभावित हो रहा था और इसे द्विपक्षीय संबंधों में एक बड़े गतिरोध के रूप में देखा जा रहा था।

पर्दे के पीछे चल रही थी सुलह की कोशिश

मुख्य आर्थिक सलाहकार नागेश्वरन ने बताया कि यह मुद्दा दोनों देशों के लिए प्राथमिकता पर था और इसे सुलझाने के लिए पर्दे के पीछे लगातार बातचीत चल रही थी। उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा मामला है जिसे दोनों पक्ष हल करना चाहते हैं... मुझे लगता है कि हम एक समाधान के काफी करीब हैं।"

उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भले ही इस तरह के मामलों को सुलझाने में थोड़ा समय लगता है, लेकिन दोनों सरकारों की ओर से इसे खत्म करने की मजबूत इच्छाशक्ति के कारण अब यह अपने अंतिम चरण में है।

क्या होगा इस समाधान का असर?

यह gelişme (डेवलपमेंट) दोनों देशों के लिए एक "जीत-जीत" की स्थिति की तरह है और यह दिखाता है कि आपसी बातचीत से सबसे जटिल व्यापारिक मुद्दों को भी हल किया जा सकता है।