Indo pak Relation: हिंदुस्तान को दो हिस्सों में बंटकर आजादी की भारी कीमत चुकानी पड़ी. आज कई वर्षों बाद भी हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच संबंध अच्छे नहीं है, दोनों मुल्कों के बीच कई लड़ाईयां भी हुई हैं।
फिर भी व्यापारिक रिश्ते हमेशा बने रहे। भारत हर चीज में पाकिस्तान से बहुत आगे हैं और निरंतर तरक्की की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन एक चीज हैं, जिसके लिए हमारामुल्क हिंदुस्तान पूरी तरह से पाकिस्तान पर निर्भर है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक संबंधों के बावजूद सेंधा नमक का व्यापार दोनों देशों के बीच एक अनूठा सेतु बना हुआ है। यह व्यापारिक संबंध न केवल आर्थिक महत्व रखता है, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं से भी जुड़ा हुआ है।
खेवड़ा खदान की वार्षिक उत्पादन क्षमता 4.5 लाख टन है और इसका अनुमानित भंडार 450 वर्षों तक पर्याप्त है, जिससे ये दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नमक खदान बनती है। पाकिस्तान में सेंधा नमक का मूल्य 2-3 रुपये प्रति किलो है, जबकि भारत में इसका खुदरा मूल्य 50-60 रुपये प्रति किलो है। भारतीय बाजार में सेंधा नमक की मांग लगभग 80% घरों में होती है।
हाल के समय में नए व्यापारिक भागीदारों में संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, मलेशिया, जर्मनी, अफगानिस्तान, तुर्की और ऑस्ट्रेलिया शामिल हुए हैं। भारत में प्रमुख प्रसंस्करण और पैकेजिंग केंद्र कोच्चि, मुंबई, हैदराबाद और दिल्ली में स्थित हैं।
आपको बता दें कि सेंधा नमक का व्यापार भारत-पाक संबंधों का एक उदाहरण है, जो दर्शाता है कि आर्थिक और सांस्कृतिक जरुरतें राजनीतिक सीमाओं से परे होती हैं। ये व्यापार दोनों देशों के बीच एक अहमण आर्थिक और सांस्कृतिक कड़ी बना हुआ है।
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