
Up Kiran, Digital Desk: समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका को एक और बड़ी पहचान मिली है। भारत को 2027 में होने वाले पांचवें तटरक्षक वैश्विक शिखर सम्मेलन (5th Coast Guard Global Summit) की मेजबानी का जिम्मा सौंपा गया है। यह प्रतिष्ठित आयोजन चेन्नई में किया जाएगा। यह घोषणा रक्षा सचिव गिरिधर अरमने ने नई दिल्ली में भारतीय तटरक्षक (ICG) के 48वें स्थापना दिवस के अवसर पर की।
क्या है यह ग्लोबल समिट: तटरक्षक वैश्विक शिखर सम्मेलन दुनिया भर के कोस्ट गार्ड प्रमुखों और समुद्री एजेंसियों के领导দের (leaders) की एक महत्वपूर्ण बैठक है। इस सम्मेलन में वे समुद्री सुरक्षा से जुड़ी आम चुनौतियों, जैसे तस्करी, अवैध मछली पकड़ना, समुद्री प्रदूषण और खोज एवं बचाव अभियानों पर चर्चा करते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य आपसी सहयोग को मजबूत करना और समुद्र को सभी के लिए सुरक्षित बनाने के लिए मिलकर काम करना है।
चेन्नई ही क्यों: चेन्नई का चयन एक रणनीतिक कदम है। यह न केवल एक प्रमुख तटीय शहर है, बल्कि यहां भारतीय तटरक्षक की मजबूत उपस्थिति भी है। यह शहर भारत की समुद्री क्षमताओं और बुनियादी ढांचे को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के लिए एक आदर्श स्थान है।
दुनिया के लिए पसंदीदा तटरक्षक"
इस अवसर पर, रक्षा सचिव ने भारतीय तटरक्षक को दुनिया के अग्रणी तटरक्षक बलों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि ICG की गिनती न केवल दुनिया के सबसे बड़े, बल्कि "सबसे पसंदीदा तटरक्षक" बलों में होती है। उन्होंने ICG द्वारा भारतीय तटरेखा को सुरक्षित रखने और समुद्र में हजारों लोगों की जान बचाने के लिए किए जा रहे अथक प्रयासों की भी सराहना की।
भारत द्वारा इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना यह दिखाता है कि वैश्विक समुद्री सुरक्षा और शासन में भारत को एक प्रमुख और जिम्मेदार भागीदार के रूप में देखा जा रहा है।