
Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (National Space Day) के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम के बारे में एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही अपना स्पेस स्टेशन (space station) बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
अंतरिक्ष यात्रियों का पूल और युवा शक्ति का आह्वान
अंतरिक्ष यात्री शुभान्शु शुक्ला के अंतरिक्ष मिशन की सफलता का ज़िक्र करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि देश जल्द ही अंतरिक्ष यात्रियों का एक पूल (astronaut pool) तैयार करेगा। उन्होंने युवा दिमागों से इस पहल में शामिल होने का आह्वान किया। वैज्ञानिकों और छात्रों को संबोधित करते हुए PM ने कहा कि देश की उपलब्धियों ने इसे वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण (global space exploration) में एक अनूठी पहचान दिलाई है।
ISRO का महत्वाकांक्षी रोडमैप: 2035 तक स्पेस स्टेशन, 2040 तक चंद्रमा से नमूने वापसी!
वहीं, ISRO ने शुक्रवार को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप का अनावरण किया। इसमें 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (Bharatiya Antriksh Station - BAS) बनाने, 2040 तक चंद्रमा से नमूने वापस लाने की योजनाएं और अगले दो दशकों में कई अभूतपूर्व मिशनों की घोषणा की गई है।
चांदयान-4 और शुक्र मिशन की भी तैयारी
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर आज पहले बोलते हुए, ISRO के अध्यक्ष वी. नारायणन ने कहा, "प्रधानमंत्री के विज़न के आधार पर, हम चंद्रयान-4 और वीनस ऑर्बिटर मिशन (Venus Orbiter Mission) लॉन्च करने जा रहे हैं। 2028 तक, हम BAS का पहला मॉड्यूल लॉन्च करेंगे, जो 2035 तक पूरी तरह से चालू हो जाएगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि 'नेक्स्ट जेनरेशन लॉन्चर' (NGL) पर भी काम को मंज़ूरी मिल चुकी है। “2040 तक, भारत न केवल चंद्रमा पर उतरेगा, बल्कि सुरक्षित रूप से नमूने भी वापस लाएगा। उस समय, हमारा अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनिया की किसी भी अग्रणी अंतरिक्ष एजेंसी के बराबर होगा।”
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