
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शेयर बाजार आज गिरावट के साथ बंद हुआ। दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद, बाजार में बिकवाली का दबाव देखा गया, जिससे प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान में आ गए। आज की गिरावट की मुख्य वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा लगातार की गई बिकवाली और बाजार में हावी निराशा का माहौल रहा।
बाजार का हाल: शुरुआती कारोबार में थोड़ी तेजी देखने को मिली थी, लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं टिकी। जैसे-जैसे दिन चढ़ा, निवेशकों ने मुनाफावसूली (profit booking) शुरू कर दी, जिससे बाजार नीचे आने लगा। सबसे बड़ा दबाव विदेशी संस्थागत निवेशकों की तरफ से आया, जिन्होंने भारतीय इक्विटी बाजार से लगातार पूंजी (capital) निकाली। जब विदेशी निवेशक पैसा निकालते हैं, तो यह बाजार पर नकारात्मक असर डालता है।
गिरावट की मुख्य वजहें:
एफआईआई (FII) की निकासी: विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा लगातार भारतीय बाजारों से पूंजी निकालना सबसे बड़ी वजह रही। यह आमतौर पर तब होता है जब उन्हें लगता है कि भारतीय बाजार में रिटर्न की संभावनाएं कम हो रही हैं या कहीं और बेहतर अवसर मिल रहे हैं।
बिकवाली का दबाव: कई सेक्टर्स में निवेशकों ने अपने शेयर बेचे, जिससे बिकवाली का दबाव बढ़ा।
वैश्विक संकेत: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले या नकारात्मक संकेतों का भी भारतीय बाजार पर असर पड़ा।
बाजार का मूड: निवेशकों का समग्र मूड थोड़ा सतर्क और नकारात्मक रहा, जिससे वे बड़े निवेश करने से बच रहे थे।
आज के कारोबार में निवेशकों में निराशा का माहौल दिखा। कई कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा।
आगे क्या? आने वाले दिनों में भारतीय शेयर बाजार की चाल वैश्विक संकेतों, विदेशी निवेशकों के रुख और देश की आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और सोच-समझकर निवेश करें।
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