img

Up Kiran, Digital Desk: भारत के औद्योगिक उत्पादन (IIP) में मई 2025 में उल्लेखनीय मंदी दर्ज की गई है। जारी आंकड़ों के अनुसार, देश का औद्योगिक उत्पादन 9 महीने के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है, जो मात्र 1.2% की वृद्धि दर दर्शाता है। यह आंकड़ा भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है।

यह वृद्धि दर अप्रैल 2025 में दर्ज की गई 5.0% की वृद्धि और पिछले साल मई 2024 में दर्ज 5.3% की वृद्धि से काफी कम है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।

मई में विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि दर 5.0% से घटकर 1.3% रह गई, जो इस मंदी का एक प्रमुख कारण है। इसी तरह, खनन क्षेत्र की वृद्धि भी अप्रैल के 12.2% से घटकर 8.0% हो गई। बिजली उत्पादन में तो और भी चिंताजनक स्थिति देखी गई, जहाँ अप्रैल के 1.1% की वृद्धि की तुलना में मई में -0.9% की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।

उपयोग-आधारित वर्गीकरण के अनुसार, पूंजीगत वस्तुओं (Capital Goods) का उत्पादन -3.1% और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं (Consumer Durables) का उत्पादन -2.7% गिर गया। वहीं, उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं (Consumer Non-durables) ने 4.8% की वृद्धि दर्ज की। मध्यवर्ती वस्तुओं (Intermediate Goods) में 7.6% और बुनियादी ढांचा/निर्माण वस्तुओं (Infrastructure/Construction Goods) में 1.4% की वृद्धि हुई। प्राथमिक वस्तुओं (Primary Goods) में 7.0% की वृद्धि देखी गई।

--Advertisement--