img

Up Kiran, Digital Desk: 1500 किलोमीटर दूर से अपने सपनों को हकीकत में बदलने आई एक 23 वर्षीय होनहार बेटी की ज़िंदगी, उसके घर लौटने से ठीक पहले, एक दर्दनाक अंत तक पहुंच गई। उत्तराखंड के लालपुर से सामने आई इस दिल दहला देने वाली घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है, जहाँ एक किराएदार के बेटे ने कथित तौर पर एक युवती की बेरहमी से हत्या कर दी।

युवती के पिता, जो मूल रूप से बिहार के हैं और ओडिशा के जेकेपुर (रायगढ़) में अपना कारोबार चलाते हैं, उन्होंने अपनी बिटिया के लिए एक सुरक्षित ठिकाना ढूँढ़ा था। युवती ने बीटेक इन एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और छह महीने की इंटर्नशिप के लिए लालपुर की एक फैक्ट्री में उसका चयन हुआ था।

सुरक्षित छत का भरोसा और फिर विश्वासघात

माता-पिता के लिए इतनी दूर अपनी बेटी को भेजना एक बड़ी चुनौती थी। आसपास कोई परिचित या रिश्तेदार न होने के कारण, पिता को एक भरोसेमंद मकान मालिक की तलाश थी। इसी दौरान उनकी मुलाकात लालपुर निवासी कामेश्वर सिंह से हुई। कामेश्वर सिंह भी बिहार से थे और एक प्राइवेट फैक्ट्री में काम करते थे। अपने परिवार - पत्नी सरोज, बेटों अमित और सुमित - के साथ रहने वाले कामेश्वर पर युवती के पिता ने पूरा विश्वास किया और युवती दो मंज़िल पर उनके घर में किराए पर रहने लगी।

पड़ोसियों के अनुसार, युवती उनके साथ बिल्कुल परिवार के सदस्य की तरह रहती थी, और किसी को कभी यह पता नहीं चला कि वह किसी परेशानी में है। कुछ दिन पहले वह अपनी तबीयत ठीक न होने की वजह से घर भी गई थी।

घर वापसी की खुशी हुई मातम में तब्दील

युवती की इंटर्नशिप बीते मंगलवार को पूरी हो रही थी। इसलिए वह सोमवार को लालपुर लौट आई थी। घर पर खुशी का माहौल था। उसे बुधवार को दिल्ली से इंदौर के लिए ट्रेन पकड़नी थी और उसने अपने घर जाने की पूरी पैकिंग भी कर ली थी।

लेकिन मंगलवार का दिन उसके लिए आखिरी साबित हुआ। युवती सुबह फैक्ट्री गई और सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, दोपहर करीब ढाई बजे वह घर लौटी।

अकेलेपन का फायदा, बिगड़ी नीयत

घटना के वक्त मकान मालिक कामेश्वर सिंह की पत्नी सरोज की तबीयत खराब थी और वह रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थीं। कामेश्वर सिंह और उनका छोटा बेटा सुमित अस्पताल में ही थे। इस वजह से घर पर उनका बड़ा बेटा, अमित, अकेला था।

पुलिस के शुरुआती बयानों और सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि अकेलेपन का फायदा उठाते हुए अमित की नीयत खराब हो गई। जब युवती ने इसका विरोध किया, तो अमित ने उसकी हत्या कर दी। जो माता-पिता रोज़ाना फोन पर अपनी बेटी का हालचाल लेते थे, उन्हें क्या पता था कि घर वापसी का सपना अब हमेशा के लिए टूट चुका है।