
नई दिल्ली, 19 मई 2025: भारत में जासूसी के एक बड़े मामले में आठ लोगों की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता और सोशल मीडिया के दुरुपयोग की गंभीरता को उजागर किया है। इनमें एक हरियाणा की यूट्यूबर, एक नॉर्वेजियन छात्र, एक सुरक्षा गार्ड और एक कनाडा में रहने वाला व्यवसायी शामिल हैं।
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान उच्चायोग के एक निष्कासित अधिकारी से कथित संपर्क और संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से जुड़ी थीं। उनके चैनल 'Travel with JO' के 3.7 लाख सब्सक्राइबर और 1.3 लाख इंस्टाग्राम फॉलोअर्स हैं।
नॉर्वे में, एक 20 वर्षीय छात्र को अमेरिकी दूतावास में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते हुए रूस और ईरान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसने अपनी सुरक्षा कंपनी के माध्यम से संवेदनशील जानकारी साझा की और इस दौरान एक व्यक्ति से मार्गदर्शन प्राप्त किया। वह आर्कटिक विश्वविद्यालय में सुरक्षा अध्ययन में स्नातक की डिग्री प्राप्त कर रहा था।
भारत में, एक कनाडा-आधारित व्यवसायी राहुल गग्गल को रक्षा दस्तावेजों को विदेशी खुफिया एजेंटों को साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने उनके दिल्ली आगमन के बाद उनकी तलाशी ली, जिसमें गोपनीय दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद हुए।
इन घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। सुरक्षा एजेंसियां इन मामलों की गहन जांच कर रही हैं और यह सुनिश्चित कर रही हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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