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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार रोहित शर्मा एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह मैदान पर उनके प्रदर्शन से ज्यादा, मैदान के बाहर की एक टिप्पणी है। टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने रोहित को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया है जिसने फैंस के बीच बहस छेड़ दी है – क्या रोहित शर्मा को सिर्फ कप्तानी के चलते प्लेइंग इलेवन में बनाए रखा गया?
साफ बोलने के मूड में इरफान पठान
हाल ही में एक इंटरव्यू के टीज़र में इरफान पठान ने जो बातें कहीं, वो क्रिकेट के गलियारों में जोर-शोर से गूंज रही हैं। उन्होंने यह दावा किया कि अगर रोहित टीम के कप्तान नहीं होते, तो उन्हें टेस्ट टीम में मौका मिलना मुश्किल था। खास बात यह रही कि इरफान ने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने खुद रोहित का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया, लेकिन उसके पीछे मजबूरी थी – क्योंकि वह एक ब्रॉडकास्टर के तौर पर उस वक्त इंटरव्यू ले रहे थे।
क्या सच में रोहित ड्रॉप हुए थे?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी टेस्ट में रोहित शर्मा नहीं खेले थे। तब सोशल मीडिया पर दो तरह की राय बनी। कुछ लोगों ने कहा कि यह कप्तान का शानदार उदाहरण है जो टीम हित में खुद पीछे हट गया। वहीं, दूसरी तरफ ऐसे भी फैंस थे जो मानते हैं कि रोहित को फॉर्म की वजह से बाहर बैठाया गया, खुद से नहीं बैठे।
इस बहस को इरफान की टिप्पणी ने नया मोड़ दे दिया है। उन्होंने खुलकर कहा कि उस दौरान रोहित का टेस्ट औसत बेहद खराब था – खासकर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर, जहां वह तीन टेस्ट में कुल 6.2 की औसत से रन बना पाए। यह आंकड़ा उस कप्तान के लिए बेहद चौंकाने वाला है जो लंबे समय से टीम की कमान संभाले हुए था।
पेशेवर मजबूरी या निजी राय?
इरफान ने यह भी बताया कि जब उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स के लिए रोहित का इंटरव्यू किया, तब उन्हें अपनी पेशेवर भूमिका के तहत विनम्रता बरतनी पड़ी। उन्होंने कहा कि टीवी पर आप अपने गेस्ट से बदतमीजी नहीं कर सकते, इसलिए उन्होंने उस वक्त समर्थन जताया। लेकिन निजी तौर पर वह मानते थे कि रोहित को टीम में नहीं होना चाहिए था।
फैंस के लिए बड़ा सवाल
अब यह सवाल फैंस के बीच ज़ोर पकड़ रहा है कि क्या भारतीय क्रिकेट में कप्तानी एक कवच बन चुकी है, जिसके पीछे खराब फॉर्म को भी नजरअंदाज किया जा सकता है? और क्या ब्रॉडकास्टर्स और पैनलिस्ट्स भी सच्चाई नहीं बोल पाते सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्हें "टीवी फ्रेंडली" बनकर रहना पड़ता है?
क्रिकेट से बाहर आते सवाल
रोहित शर्मा ने इस साल IPL के दौरान टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उनके फॉर्म और टीम में भूमिका पर पहले भी सवाल उठे हैं, लेकिन इरफान जैसे पूर्व खिलाड़ी की तरफ से खुलकर आलोचना सामने आना इस बहस को गंभीर बना देता है। साथ ही, यह भी दर्शाता है कि अब क्रिकेट सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि उसके इर्द-गिर्द की मीडिया रणनीति और पब्लिक परसेप्शन भी उतने ही मायने रखते हैं।
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