
Up Kiran, Digital Desk: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में, केंद्र सरकार ने एक बड़े स्तर पर उन्हें याद करने की तैयारी की है। इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए, सरकार ने 128 सदस्यों वाली एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है। इस समिति में देश के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होंगे, जो वाजपेयी के जीवन, विचारों और देश के प्रति उनके योगदान को लेकर कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
समिति का उद्देश्य और कार्य:
इस समिति का मुख्य उद्देश्य अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन के 100 वर्षों की यात्रा को देश भर में मनाना है। इसमें उनकी जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों, संगोष्ठियों, प्रकाशनों और सांस्कृतिक आयोजनों का आयोजन शामिल होगा। समिति के सदस्य वाजपेयी के राजनीतिक, सामाजिक और साहित्यिक योगदानों को विभिन्न माध्यमों से लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे।
समिति में कौन-कौन शामिल?
इस 128 सदस्यीय समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, विभिन्न केंद्रीय मंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्री, सांसद, प्रतिष्ठित साहित्यकार, कलाकार, संगीतकार, पूर्व नौकरशाह और वाजपेयी के जीवन से जुड़े खास लोग शामिल हैं। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि वाजपेयी की 100वीं जयंती को पूरे देश में गरिमा और धूमधाम से मनाया जाए।
अटल जी का देश के प्रति योगदान:
अटल बिहारी वाजपेयी भारत के एक ऐसे करिश्माई नेता थे जिन्होंने देश की राजनीति, विदेश नीति और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 'ऑपरेशन विजय' (कारगिल युद्ध), पोकरण परमाणु परीक्षण, स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना (Golden Quadrilateral project) और अपनी कविताओं व भाषणों के माध्यम से उन्होंने देशवासियों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया। उनकी 100वीं जयंती को एक यादगार राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाने की यह पहल निश्चित रूप से उनके बहुआयामी व्यक्तित्व को सलाम करेगी।
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