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Up Kiran, Digital Desk: ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले को अपना नया कलेक्टर (जिलाधिकारी) मिल गया है। कुणाल चव्हाण को इस पद पर नियुक्त किया गया है, और उन्होंने अपनी नई ज़िम्मेदारी संभाल ली है। यह राज्य प्रशासन में एक महत्वपूर्ण बदलाव है और उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में जिले में विकास कार्यों को और गति मिलेगी।

कौन हैं कुणाल चव्हाण?

कुणाल चव्हाण एक अनुभवी भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं। उन्हें विभिन्न विभागों और जिलों में काम करने का अनुभव है। आईएएस अधिकारी के रूप में, वे राज्य सरकार की योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर लागू करने और जनता की समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

झारसुगुड़ा जिले की प्राथमिकताएं

झारसुगुड़ा ओडिशा का एक महत्वपूर्ण जिला है, खासकर औद्योगिक और खनिज संपदा के मामले में। नए कलेक्टर कुणाल चव्हाण के सामने कई प्राथमिकताएं होंगी, जिनमें शामिल हैं:

विकास कार्यों को गति देना: जिले में चल रही विकास परियोजनाओं को समय पर पूरा करना और नई परियोजनाओं को शुरू करना।

कानून-व्यवस्था बनाए रखना: जिले में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना।

जनता की समस्याओं का समाधान: आम जनता की शिकायतों को सुनना और उनका त्वरित निपटारा करना।

औद्योगिक विकास: जिले के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और नए निवेश आकर्षित करना।

पर्यावरण संतुलन: औद्योगिक गतिविधियों के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन बनाए रखना।

स्वास्थ्य और शिक्षा: स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के स्तर में सुधार लाना।

प्रशासनिक नेतृत्व का महत्व

किसी भी जिले के लिए कलेक्टर का पद बेहद अहम होता है। कलेक्टर ही जिले का मुखिया होता है और वह राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को लोगों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। कुणाल चव्हाण के नेतृत्व में झारसुगुड़ा जिले में एक नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद है।

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