
महाराष्ट्र के लातूर जिले में एक हैरान कर देने वाला और कुछ हद तक मज़ेदार मामला सामने आया है। उदगीर तहसील के ग्रामीण इलाके में पुलिस ने एक पशु चोर को नाले से निकालकर वॉशिंग सेंटर में नहलाया और फिर जेल भेज दिया। इस पूरी कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर कई लोग मुस्कुरा रहे हैं, तो वहीं स्थानीय लोग चैन की सांस ले रहे हैं।
घटना की शुरुआत: नाले में जाकर छिपा चोर
यह मामला उदगीर ग्रामीण थाना क्षेत्र का है, जहां हाल ही में पशु चोरी की घटनाएं बढ़ गई थीं। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस सक्रिय हुई और जांच शुरू की गई। इसी दौरान एक आरोपी की जानकारी मिली, जो सराय में छिपा था। पुलिस जब उसे पकड़ने पहुंची, तो वह भागकर समतानगर इलाके में एक नाले में जाकर छिप गया।
पुलिस ने उसे वहां से खोज निकाला, लेकिन वह पूरी तरह गंदगी से लथपथ था। ऐसे में पुलिस उसे पहले एक वॉशिंग सेंटर ले गई, जहां हाई प्रेशर पानी से उसे साफ किया गया। इसके बाद उसे थाने लाया गया और आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की गई।
पुलिस का आधिकारिक बयान
उदगीर ग्रामीण पुलिस स्टेशन के निरीक्षक राजकुमार पुजारी ने बताया कि उनके क्षेत्र में जानवर चोरी के पांच मामले दर्ज हैं। 17 नवंबर 2024 को सविता धोंडीबा कडोले नामक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी 70 हजार रुपये की भैंस चोरी हो गई है।
जांच के दौरान एक अंडरकवर रिपोर्टर से पुलिस को जानकारी मिली कि अशोक काशीनाथ मुदाळे नामक शख्स पशु चोरी में शामिल है। उसके खिलाफ पहले से कई संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्टें थीं। जैसे ही पुलिस को पता चला कि आरोपी उदगीर रेलवे स्टेशन के पास आया है, टीम ने घेराबंदी शुरू की।
गिरफ्तारी की पूरी कार्रवाई
पुलिस की मौजूदगी का आभास होते ही आरोपी मुदाळे स्टेशन से भाग निकला और नाले में जाकर छिप गया। हालांकि, ग्रामीण पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए उसे जल्द ही खोज निकाला और बाहर निकाला। चूंकि वह पूरी तरह गंदा हो चुका था, पुलिस ने उसे पास के एक वॉशिंग सेंटर ले जाकर साफ किया।
फिर उसे थाने लाया गया, जहां गिरफ्तारी की कार्रवाई पूरी की गई। कोर्ट में पेश करने पर उसे एक मामले में पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
स्थानीय लोगों ने ली राहत की सांस
ग्रामीण इलाकों में लगातार हो रही पशु चोरी से परेशान लोगों के लिए यह गिरफ्तारी राहत लेकर आई है। लोग पुलिस की सक्रियता और कार्रवाई की शैली की सराहना कर रहे हैं। यह घटना जहां एक तरफ अपराधियों को सख्त संदेश देती है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की चतुराई और व्यावहारिकता का एक अनोखा उदाहरण भी बन गई है।