
Up Kiran, Digital Desk: वजन घटाना कोई जादू नहीं है, लेकिन ये असंभव भी नहीं। आपको सिर्फ यह समझना होगा कि ऐसा क्या है जो आपके शरीर में फैट जमा कर रहा है और उससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है। खानपान की गलत आदतें, गतिहीन जीवनशैली और तनाव मोटापे के सबसे बड़े कारण बन जाते हैं। लेकिन यदि आप अपने दिन की शुरुआत कुछ आसान लेकिन असरदार योगासनों से करें, तो शरीर न केवल हल्का महसूस करेगा, बल्कि कुछ ही हफ्तों में फर्क दिखने लगेगा।
स्वामी रामदेव के अनुसार, रोजाना कुछ विशेष योगासनों का अभ्यास वजन घटाने में अत्यधिक सहायक हो सकता है। ये योग न सिर्फ पेट और कमर की चर्बी को तेजी से कम करते हैं, बल्कि मेटाबॉलिज्म भी सुधारते हैं।
तो आइए जानते हैं उन 5 प्रभावशाली योगासनों के बारे में जो वजन घटाने की प्रक्रिया को सरल और प्राकृतिक बनाते हैं।
द्वि-चक्रिकासन-1: पेट की चर्बी गलाने वाला योग
यह योग एक तरह से साइकिल चलाने जैसा है, लेकिन लेटे हुए।
सबसे पहले पीठ के बल चटाई पर लेट जाएं।
अपने दोनों हाथों को हिप्स के नीचे रखें।
एक पैर को ऊपर उठाएं और घुटने से मोड़कर साइकिल की तरह गोल घुमाएं।
एक पैर से 10-20 बार घुमाने के बाद दूसरे पैर से करें।
दोनों पैरों को बिना जमीन पर टिकाए यह आसन दोहराएं।
पेट और जांघों की चर्बी तेजी से कम करता है।
पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाता है।
रोज़ाना 5-10 मिनट करना फायदेमंद रहेगा।
द्वि-चक्रिकासन-2: डबल इफेक्ट वाला साइकलिंग योग यह द्वि-चक्रिकासन का अगला स्तर है जिसमें दोनों पैरों का उपयोग एक साथ किया जाता है।
पीठ के बल लेट जाएं और दोनों घुटनों को मोड़ें।
घुटनों को छाती से चिपकाएं और हाथों से सहारा दें।
अब दोनों पैरों को साइकिल चलाने की मुद्रा में गोल घुमाएं।
सांसों का संतुलन बनाए रखें – धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें।
जिन्हें कमर दर्द, हाई बीपी या हार्ट की समस्या है।
लोअर बेली फैट को कम करता है।
थाई और हिप्स को टोन करता है।
ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
पादवृत्तासन-1: लोअर एब्स का बेस्ट योगासनपेट के निचले हिस्से की चर्बी कम करने के लिए यह योग अत्यंत लाभकारी है।चटाई पर सीधे लेट जाएं।
दाएं पैर को ऊपर उठाकर घड़ी की सुई की तरह गोल घुमाएं।
इसे 5-10 बार क्लॉक वाइज और फिर एंटी क्लॉक वाइज करें।
फिर बाएं पैर से यही प्रक्रिया दोहराएं।
पेट की निचली चर्बी में कमी लाता है।
एब्डोमिनल मसल्स को मजबूत करता है।
कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
पादवृत्तासन-2: दोनों पैरों से करें गोल घेरा
इस योग में दोनों पैरों को साथ में घुमाया जाता है जिससे एक्सरसाइज का असर दोगुना हो जाता है।
चटाई पर पीठ के बल लेट जाएं।
दोनों पैरों को एक साथ ऊपर उठाएं और मिलाकर शून्य जैसा घेरा बनाएं।
क्लॉक वाइज और एंटी क्लॉक वाइज दोनों दिशा में करें।
शुरुआत में छोटा घेरा बनाएं, फिर धीरे-धीरे घेरा बड़ा करें।
लोअर एब्स और थाई फैट तेजी से घटता है।
शरीर की कोर स्ट्रेंथ बढ़ती है।
संतुलन और सहनशक्ति में सुधार होता है।
अर्ध हलासन: पेट को अंदर खींचने वाला योग
यह योग पैर उठाकर शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने और चर्बी गलाने में बेहद असरदार है।
पीठ के बल सीधे लेटें, हथेलियां जमीन की तरफ रहें।
दोनों पैरों को सीधा रखें, पंजे एक-दूसरे से मिले रहें।
सांस अंदर लेते हुए पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं।
कुछ सेकंड इसी स्थिति में रहें, फिर धीरे-धीरे पैरों को नीचे ले जाएं।
यह प्रक्रिया 3-6 बार दोहराएं।
पेट और कमर की चर्बी कम करता है।
थायरॉयड और डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त करता है।
पीठ के निचले हिस्से को मजबूत बनाता है।
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