_2135116526.png)
Up Kiran, Digital Desk: यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) के एक पीएचडी छात्र झेनहाओ झोउ को ब्रिटेन के इतिहास के सबसे गंभीर यौन अपराधों में दोषी पाए जाने के बाद कम से कम 24 वर्षों की सजा सुनाई गई है। दर्जनों महिलाओं के साथ बलात्कार और उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाने के इस मामले ने पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया है।
यौन हिंसा को कैमरे में करता था रिकॉर्ड
विदेशी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 28 वर्षीय झोउ ने 2019 से 2024 के बीच महिलाओं को सुनियोजित तरीके से अपना निशाना बनाया। वह उन्हें पढ़ाई या पेय पदार्थ के बहाने अपने फ्लैट पर बुलाता, फिर नशीले पदार्थ देकर उन्हें अचेत करता और यौन शोषण करता। ये आपराधिक कृत्य वह गुप्त कैमरों के जरिए रिकॉर्ड करता था।
एक पीड़िता बोली- मत करो प्लीज...
मार्च 2025 में झोउ को लंदन की तीन और चीन की सात महिलाओं के बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराया गया। पुलिस का मानना है कि पीड़िताओं की संख्या 60 से अधिक हो सकती है। जांच के दौरान झोउ के डिवाइस से 58 बलात्कार वीडियो बरामद किए गए, जिनमें कई महिलाएं चेतन अवस्था में विरोध करती हुई दिखाई देती हैं। एक वीडियो में एक महिला की मत करो, प्लीज़ जैसी गुहार पर झोउ ने बेपरवाही से जवाब दिया कि मुझे मत रोको। इसका कोई फायदा नहीं है। यहां की साउंडप्रूफिंग बहुत अच्छी है।
18 नवंबर 2023 को झोउ के खिलाफ पहली शिकायत दर्ज की गई थी। प्रारंभिक जांच के बाद वह चीन भाग गया, लेकिन जनवरी 2024 में ब्रिटेन लौटते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसके फ्लैट से महंगे डिजाइनर सामान और एक बॉक्स बरामद किया, जिसमें कथित तौर पर पीड़ितों की 'व्यक्तिगत वस्तुएं' रखी गई थीं।
--Advertisement--