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Up Kiran, Digital Desk: ब्राजील और अमेरिका के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ब्राजील के सामानों पर भारी टैक्स (टैरिफ) लगाने और ब्राजील के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिशों पर राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने बेहद सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने अमेरिका का नाम लिए बिना साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि ब्राजील अब किसी से भी दोयम दर्जे का व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेगा।

मंगलवार को अपने मंत्रियों के साथ एक बैठक को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति लूला ने किसी भी तरह के विदेशी दबाव को खारिज कर दिया और ब्राजील की संप्रभुता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "जो कोई भी हमारे 85 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में, हमारे हवाई क्षेत्र, समुद्री क्षेत्र या हमारे जंगलों में प्रवेश करना चाहता है, उसे हमारे संविधान और हमारे कानूनों के प्रति जवाबदेह होना होगा।"

"हम बराबरी की मेज पर बात करेंगे"

लूला ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ब्राजील के सामानों पर भारी टैरिफ लगाने और अमेरिकी टेक कंपनियों को नियंत्रित करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ दी गई धमकियों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ब्राजील सरकार अमेरिका के साथ "बराबरी की शर्तों पर" बातचीत करने को तैयार है, लेकिन "हम जो स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं, वह यह है कि हमारे साथ अधीनस्थों जैसा व्यवहार किया जाए।"

क्यों बढ़ा है यह तनाव:यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब 30 जुलाई को ट्रंप प्रशासन ने ब्राजील से आने वाले निर्यात पर 50 प्रतिशत तक का भारी टैриф लगाने की योजना की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट के जज एलेक्जेंडर डी मोरेस पर भी प्रतिबंध लगाने की बात कही। जस्टिस मोरेस वर्तमान में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ मामले की निगरानी कर रहे हैं, जिन पर 2022 के चुनाव में हार के बाद सत्ता पर कब्जा करने की कोशिश का आरोप है।

इससे पहले ट्रंप ने ब्राजील को एक "भयानक व्यापारिक भागीदार" कहा था और बोल्सोनारो के खिलाफ चल रहे मुकदमे को "राजनीतिक हत्या" करार दिया था।

ट्रंप को लूला की सीधी चेतावनी: "हमारे मामलों में दखल न दें"

ट्रंप के इन बयानों पर राष्ट्रपति लूला ने 21 अगस्त को कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि ट्रंप को "ब्राजील के आंतरिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए।"

लूला ने यह भी कहा, "हम ब्राजील की देखभाल करना चाहते हैं, और ट्रंप को हमारे देश के मामलों में दखल नहीं देना चाहिए।" राष्ट्रपति लूला का यह कड़ा रुख दर्शाता है कि ब्राजील अपनी विदेश नीति और आंतरिक मामलों में किसी भी बाहरी शक्ति, खासकर अमेरिका के दबाव के आगे झुकने को तैयार नहीं है।

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