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Up Kiran, Digital Desk: सर्दियों की शुरुआत होते ही घरों में गुड़ वाली चाय की खुशबू फैलने लगती है। स्वाद में यह चाय सभी को लुभाती है और सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी मानी जाती है, खासतौर पर जब सर्दी-जुकाम या पेट की तकलीफ हो। लेकिन क्या आपको पता है कि अक्सर आपकी गुड़ वाली चाय दूध के फटने की वजह से खराब हो जाती है? इस समस्या के पीछे दूध और गुड़ के बीच की रासायनिक प्रतिक्रिया होती है। आइए जानते हैं कि आप कैसे अपनी चाय को बिना फटे बने रहने दे सकते हैं।
गुड़ वाली चाय के फटने की वजह क्या है?
गुड़ में मौजूद एसिड दूध के प्रोटीन के साथ मिलकर उसे फाड़ देता है। यही कारण है कि दूध जल्दी जमने लगता है और चाय फट जाती है। ऐसे में कई लोग गुड़ वाली चाय बनाने से कतराते हैं, लेकिन कुछ आसान तरीकों को अपनाकर आप इस परेशानी से बच सकते हैं।
चाय बनाने के आसान टिप्स, जिससे गुड़ फटेगा नहीं
पहले चाय को अच्छे से पकाएं, फिर गुड़ डालें: जब दूध और चायपत्ती अच्छी तरह उबल जाएं, तभी गैस बंद करें और गुड़ मिलाएं। इससे दूध का प्रोटीन टूटता नहीं है।
गुड़ को पानी में घोलकर मिलाएं: गुड़ को पहले हल्के गर्म पानी में घोल लें, फिर इसे चाय में डालें। इस तरह चाय में फटने की संभावना खत्म हो जाती है।
हल्का दूध इस्तेमाल करें: फुल क्रीम दूध ज्यादा जल्दी फटता है, इसलिए आप दूध में पानी मिलाकर हल्का दूध बना सकते हैं। इससे गुड़ के साथ दूध की प्रतिक्रिया कम होगी।
गुड़ डालने में धैर्य रखें: जब तक दूध पूरी तरह उबल न जाए, तब तक गुड़ न डालें। सही वक्त पर गुड़ मिलाने से चाय बेहतर बनेगी।
गीला या पुराना गुड़ न डालें: नमी या गीला गुड़ दूध के तापमान से प्रतिक्रिया कर सकता है, इसलिए ताजा और सूखा गुड़ चुनें।
नींबू या खट्टे मसालों से बचें: कभी-कभी चाय में नींबू डालने से एसिड बढ़ जाता है, जिससे दूध फट सकता है। इसलिए खट्टे पदार्थों का उपयोग सावधानी से करें।
गुड़ धीरे-धीरे मिलाएं: ज्यादा गुड़ एक साथ डालने से भी दूध फट सकता है, इसलिए थोड़ा-थोड़ा करके गुड़ डालें।
सर्दियों में गुड़ वाली चाय का महत्व
ठंडी हवाओं के बीच गुड़ वाली चाय पीना न सिर्फ शरीर को गर्माहट देता है बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। गुड़ में प्राकृतिक पोषक तत्व होते हैं जो पाचन सुधरने में मदद करते हैं और खांसी-जुकाम से राहत देते हैं। इसलिए, सही विधि अपनाकर बनाएं स्वादिष्ट और पौष्टिक चाय।