
Up Kiran, Digital Desk: हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहे मणिपुर में सरकार का अगला कदम क्या होगा, इस पर सस्पेंस गहरा गया है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह अपनी सरकार के भविष्य पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में हैं, जहां वह आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस हफ्ते के अंत तक केंद्र सरकार मणिपुर में सरकार गठन को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
क्यों दिल्ली पहुंचे बीरेन सिंह: मुख्यमंत्री बीरेन सिंह आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मिलेंगे। यह बैठक मणिपुर में नेतृत्व के मुद्दे को सुलझाने के लिए हो रही है, जो पिछले कुछ समय से पार्टी के अंदर एक बड़ा संकट बना हुआ है।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में राज्य की दोनों सीटों पर भाजपा की करारी हार और राज्य में लंबे समय से चल रही मैतेई-कुकी जातीय हिंसा के बाद बीरेन सिंह के नेतृत्व पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पार्टी के अंदर ही एक बड़ा धड़ा उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग कर रहा है।
क्या है पार्टी के अंदर का संकट: मणिपुर भाजपा में दरार साफ नजर आ रही है। एक तरफ बीरेन सिंह के समर्थक हैं, तो दूसरी तरफ एक बड़ा खेमा है जो राज्य में नेतृत्व परिवर्तन चाहता है। पिछले कुछ हफ्तों से, असंतुष्ट खेमे के कई विधायक भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और केंद्रीय नेतृत्व से मिलकर बीरेन सिंह को हटाने की मांग कर रहे हैं।
पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस पूरे संकट को जल्द से जल्द सुलझाना चाहता है। एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "यह मुद्दा लंबे समय से लटका हुआ है, लेकिन अब इसे और नहीं टाला जा सकता। हम राज्य की जनता को एक स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि हम उनकी चिंताओं को लेकर गंभीर हैं।"
फैसले का इंतजार: अब सभी की निगाहें दिल्ली में हो रही इस हाई-प्रोफाइल बैठक पर टिकी हैं। बीरेन सिंह को पद पर बनाए रखने का फैसला हो या फिर किसी नए चेहरे को मौका देने का, यह निर्णय न केवल मणिपुर की राजनीति को प्रभावित करेगा, बल्कि राज्य में शांति और स्थिरता कायम करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। केंद्र सरकार इस हफ्ते इस सस्पेंस से पर्दा उठा सकती है।