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Up Kiran, Digital Desk: गोवा में रविवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। उत्तरी गोवा के अरपोरा स्थित 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में लगी भीषण आग में 25 लोग अपनी जान गंवा बैठे। अधिकारियों ने इस घटना के बाद तीन वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने बिना सुरक्षा मंजूरी के इस क्लब को 2023 में संचालित करने की अनुमति दी थी।

आग का कारण क्या था?

प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग लगने का कारण आतिशबाजी हो सकता है। दमकल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर मौतें दम घुटने के कारण हुईं, क्योंकि लोग क्लब के भूतल पर फंसे हुए थे। छोटे दरवाजे और संकरी पुल के कारण बचाव कार्य में भी रुकावट आई। दमकल वाहन और पानी के टैंकर 400 मीटर दूर खड़े थे, जिससे बचाव अभियान धीमा हो गया।

निलंबित अधिकारियों के नाम:

निलंबन की कार्रवाई के तहत सिद्धि तुषार हरलंकर, जो उस समय पंचायत निदेशक थीं, डॉ. शमिला मोंटेइरो, जो गोवा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सदस्य सचिव थीं, और रघुवीर बागकर, जो ग्राम पंचायत अरपोरा-नागोआ के सचिव थे, को निलंबित किया गया है। इन अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने बिना सुरक्षा दस्तावेजों के क्लब को चालू करने की अनुमति दी थी।

क्लब मालिकों और कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर

गोवा सरकार ने नाइट क्लब के मालिकों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि क्लब सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर रहा था। क्लब के मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक, महाप्रबंधक विवेक सिंह, बार प्रबंधक राजीव सिंघानिया और गेट मैनेजर रियांशु ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा, क्लब मालिकों और कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। पुलिस ने क्लब मालिकों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है।