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Up Kiran, Digital Desk:  रिकरिंग डिपॉजिट यानी RD, बचत करने का एक बहुत ही लोकप्रिय तरीका है। यह एक तरह की डिजिटल गुल्लक जैसी है, जिसमें आप हर महीने एक तय रकम जमा करते जाते हैं ताकि कुछ समय बाद आपके पास एक अच्छा खासा पैसा जमा हो जाए। इस स्कीम का फायदा उठाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप हर महीने समय पर अपनी किस्त जमा करें।

लेकिन कई बार ऐसा हो सकता है कि आप किसी महीने किस्त जमा करना भूल जाएं या किसी वजह से जमा न कर पाएं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि किस्त मिस होने से आपको क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं। किस्त चूकने पर आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है, ब्याज का नुकसान हो सकता है और बार-बार ऐसा होने पर आपका खाता बंद भी हो सकता है। आइए, विस्तार से समझते हैं कि किस्त मिस होने का क्या असर होता है।

किस्त मिस होने पर क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं?

लग सकता है जुर्माना (Penalty):

लगभग सभी बैंक RD की किस्त समय पर जमा न करने पर जुर्माना लगाते हैं। यह जुर्माना आपकी किस्त की रकम या बैंक के नियमों के हिसाब से तय होता है।

ब्याज का घाटा (Loss of Interest):

RD पर ब्याज की गणना इस आधार पर होती है कि आप नियमित रूप से पैसा जमा कर रहे हैं। अगर आप कोई किस्त मिस करते हैं, तो उस किस्त पर मिलने वाला ब्याज आपको नहीं मिलेगा या कम मिलेगा। इससे आपकी कुल कमाई (जो आपने सोची थी) कम हो जाएगी।

वित्तीय लक्ष्यों पर असर (Impact on Financial Goals):

आप RD इसलिए शुरू करते हैं ताकि भविष्य के लिए एक निश्चित रकम जमा कर सकें, चाहे वह घर खरीदने के लिए हो, बच्चों की पढ़ाई के लिए या किसी और काम के लिए। किस्त मिस करने से आपकी बचत की प्लानिंग बिगड़ सकती है और अपने वित्तीय लक्ष्य तक पहुंचने में आपको देर हो सकती है।

बैंक के साथ रिश्तों पर असर (Impact on Bank Relationship):

हालांकि, RD की किस्त मिस होने का सीधा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर नहीं पड़ता है, लेकिन अगर आप बार-बार किस्त जमा करने में चूक करते हैं, तो बैंक की नजरों में आपकी इमेज खराब हो सकती है। भविष्य में लोन लेने या बैंक की अन्य सुविधाओं का लाभ उठाने में यह बात शायद आपके खिलाफ जाए।

अगर RD की किस्त मिस हो जाए तो क्या करें?

तुरंत भुगतान करें (Pay Immediately):

जैसे ही आपको याद आए या आपके पास पैसे का इंतजाम हो जाए, तुरंत छूटी हुई किस्त और उस पर लगने वाला जुर्माना (अगर बैंक अनुमति दे) जमा कर दें। जितनी जल्दी आप यह करेंगे, ब्याज के नुकसान और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पर पड़ने वाले असर को उतना ही कम कर पाएंगे।

अपनी आर्थिक योजना जांचें (Review Your Financial Plan):

अगर आपको हर महीने RD की किस्त जमा करने में मुश्किल आ रही है, तो शायद आपको अपनी आर्थिक योजना और बजट पर फिर से विचार करने की जरूरत है। देखें कि क्या आप अपने गैर-जरूरी खर्चों में कटौती कर सकते हैं।

किस्त की रकम कम करने पर विचार करें (Consider Reducing Installment):

अगर आपको लगता है कि मौजूदा किस्त आपके लिए भारी पड़ रही है, तो अपने बैंक से बात करें। अगर संभव हो, तो भविष्य के लिए किस्त की रकम कम करने का विकल्प चुनें, ताकि आप नियमित रूप से भुगतान कर सकें।

याद रखें, RD में नियमितता ही सफलता की कुंजी है। छोटी-छोटी बचत ही आगे चलकर बड़ी रकम बनती है।

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