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Up Kiran, Digital Desk: आज की दुनिया की कल्पना बिना इंटरनेट के करना भी मुश्किल है। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक, हमारी ज़िंदगी का हर पल इससे किसी न किसी तरह जुड़ा हुआ है। इसी चमत्कारिक आविष्कार का जश्न मनाने के लिए आज, 29 अक्टूबर को, हम 'नेशनल इंटरनेट डे' (National Internet Day) मना रहे हैं।

यह दिन हमें उस ऐतिहासिक पल की याद दिलाता है जब 1969 में पहली बार एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर इलेक्ट्रॉनिक मैसेज भेजा गया था। तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह छोटा सा कदम एक ऐसी क्रांति की शुरुआत करेगा जो पूरी दुनिया को एक 'ग्लोबल विलेज' में बदल देगी।

सिर्फ एक कनेक्शन नहीं, बल्कि एक नई ताकत

इंटरनेट सिर्फ जानकारियों का एक विशाल सागर नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी ताकत है जो हमें सीखने, कमाने और जुड़ने के अनगिनत मौके देती है।

व्यापार: एक छोटा सा कारीगर भी आज अपना सामान दुनिया के किसी भी कोने में बेच सकता है। ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग ने छोटे-से-छोटे व्यापार को भी ग्लोबल बना दिया है।

कनेक्टिविटी: हज़ारों किलोमीटर दूर बैठे अपने परिवार और दोस्तों से हम आज वीडियो कॉल पर ऐसे बात कर सकते हैं, जैसे वो हमारे सामने ही बैठे हों। इंटरनेट ने दूरियों को मिटा दिया है।

सशक्तिकरण: यह हमें अपनी आवाज़ उठाने का मंच देता है। सोशल मीडिया के ज़रिए आज एक आम आदमी भी अपनी बात करोड़ों लोगों तक पहुँचा सकता है और बदलाव ला सकता है।

चुनौतियाँ अभी भी बाकी हैं: इसमें कोई शक नहीं कि इंटरनेट ने हमारी दुनिया को बेहतर बनाया है, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियाँ भी जुड़ी हुई हैं।

साइबर सुरक्षा: जैसे-जैसे हम इंटरनेट पर ज़्यादा निर्भर हो रहे हैं, ऑनलाइन फ्रॉड और डेटा चोरी का खतरा भी बढ़ रहा है।

गलत जानकारी: फेक न्यूज़ और अफवाहें इंटरनेट पर आग की तरह फैलती हैं, जो समाज के लिए एक बड़ा खतरा है।

नेशनल इंटरनेट डे का असली मकसद सिर्फ इंटरनेट के फायदे गिनाना नहीं है, बल्कि इन चुनौतियों पर ध्यान देना भी है। यह दिन हमें यह सुनिश्चित करने की याद दिलाता है कि इंटरनेट का फायदा देश के हर नागरिक तक पहुँचे और इसका इस्तेमाल एक ज़्यादा जागरूक, शिक्षित और सशक्त समाज बनाने के लिए हो।

यह एक ऐसा भविष्य बनाने का संकल्प लेने का दिन है, जहाँ हर दिमाग जुड़ा हो और हर भविष्य उज्ज्वल हो।