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Up Kiran , Digital Desk: बिहार की सियासत एक बार फिर करवट लेती दिखाई दे रही है। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव 2025 करीब आ रहे हैं, पार्टी बदलने और नए सियासी गठबंधन बनने का दौर तेज होता जा रहा है। इस कड़ी में रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और जदयू के बागी नेता आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी ‘आसा’ का प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज में विलय कर एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू कर दिया।

पटना में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों नेताओं ने मंच साझा करते हुए न सिर्फ इस गठबंधन का ऐलान किया, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू नेतृत्व पर भी तीखे शब्दों में निशाना साधा।

राजनीतिक बदलाव की शुरुआत

जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर (पीके) ने इस मौके को सिर्फ एक विलय नहीं, बल्कि ‘सिस्टम के खिलाफ लड़ाई में एक निर्णायक मोड़’ बताया। उन्होंने कहा कि आज का दिन बिहार के बदलाव की ओर एक मजबूत क़दम है। आरसीपी सिंह जैसे अनुभवी नेता का साथ मिलना हमारे लिए गर्व की बात है। जदयू अब डूबता हुआ जहाज है, जिसे पांच लोगों ने हाईजैक कर लिया है। अगर नीतीश कुमार को खुद पर भरोसा होता, तो वो इन गिद्धों से खुद को नोचवाने नहीं देते।

नीतीश कुमार को घेरा, बिना नाम लिए मंत्री भी निशाने पर

प्रशांत किशोर ने अपनी बातों में नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सीधा सवाल उठाया। उन्होंने बिना नाम लिए जदयू के मंत्रियों पर भी तीखे आरोप लगाए कि नीतीश कुमार की सरकार में कुछ मंत्री केवल ‘वसूली’ में लगे हैं। जो लोग खुद को नेतृत्वकर्ता कहते हैं, उनसे जाकर पूछिए, जनता में उनकी क्या पैठ है।

पीके ने ये भी दावा किया कि जनसुराज जदयू का बेहतर विकल्प बनकर उभरेगा और समाजवाद को नई दिशा देगा, जिसे मौजूदा नेतृत्व ने कमजोर कर दिया है।