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Up Kiran, Digital Desk: बरेली में शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक सख्त चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि जो लोग दंगा भड़काएंगे, उन्हें ऐसे परिणाम भुगतने होंगे कि "आने वाली पीढ़ियां भी कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने से पहले दो बार सोचेंगी।"

लखनऊ में 'विकसित उत्तर प्रदेश विजन-2047' कार्यक्रम में बोलते हुए, सीएम योगी ने कहा कि बरेली में एक मौलवी ने जुमे की नमाज के बाद शहर को ब्लॉक करने की धमकी दी थी, लेकिन "वह भूल गए कि राज्य में सत्ता में कौन है।"

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार न तो किसी तरह की नाकाबंदी होने देगी और न ही कर्फ्यू लगने देगी। उन्होंने कहा, "हमने यह स्पष्ट कर दिया था कि न तो नाकाबंदी होगी और न ही कर्फ्यू। इसके बजाय, हम उन्हें ऐसा सबक सिखाएंगे कि उनकी नुकसानदेह प्रवृत्तियां सुधर जाएंगी।"

पुरानी सरकारों पर बोला हमला

योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "पहले दंगाईयों को मुख्यमंत्री आवास पर बुलाकर सम्मानित किया जाता था। माफिया लोगों को जिलों को नियंत्रित करने की खुली छूट दी गई थी, और सरकारें भी पेशेवर अपराधियों को सलाम करती थीं। आपने कई ऐसे उदाहरण देखे होंगे जहां सत्ता में बैठे लोग माफिया के कुत्ते से हाथ मिलाने में गर्व महसूस करते थे।"

सीएम ने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने "एक जिला, एक माफिया" की व्यवस्था बना रखी थी, जहां स्थानीय बाहुबली प्रशासन चलाते थे और आम लोगों को उनकी दया पर जीने के लिए मजबूर किया जाता था।

उन्होंने कहा, "खेती नष्ट हो गई, युवाओं की नौकरियां बेच दी गईं और जबरन वसूली करने वाले गिरोह फल-फूल रहे थे। उनके एजेंट ट्रांसफर और पोस्टिंग की नीलामी करते थे। हमने इन अनैतिक और अवैध प्रथाओं पर हमला किया है, और इसीलिए अब उनके अनुयायी चिल्ला रहे हैं।"

बरेली की घटना पर बोले- 'सुधार की कार्रवाई' थी

उन्होंने यह भी दावा किया कि 2017 से पहले, त्योहार अक्सर हिंसक हो जाते थे, लेकिन उनकी सरकार ने इस तरह की गड़बड़ी को निर्णायक रूप से समाप्त कर दिया है।

आदित्यनाथ ने कहा, "कभी-कभी बुरी आदतें आसानी से नहीं छूटतीं, इसलिए उन्हें सख्ती से सुधारना पड़ता है। कल बरेली में, आपने एक सुधारात्मक कार्रवाई देखी। मौलवी ने सोचा कि वह हमें धमकी दे सकता है और अपनी मनमानी कर सकता है, लेकिन हमने उसे राज्य का अधिकार दिखाया।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास करने वालों के खिलाफ बुलडोजर तैनात किया है। उन्होंने कहा, "जब बेईमान और भ्रष्ट लोग सत्ता में आते हैं, तो वे अधिकार का दुरुपयोग करते हैं और समाज का शोषण करते हैं। हमने ऐसे ही लोगों के लिए बुलडोजर बनाया है।"

बता दें कि बरेली में शुक्रवार को हिंसा उस समय भड़की जब "आई लव मुहम्मद" के पोस्टर और तख्तियां लेकर जा रहे एक जुलूस ने पुलिस के तितर-बितर होने के आदेश का पालन नहीं किया। बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे और "नारा-ए-तकबीर" के नारे लगाते हुए मार्च कर रहे थे। आदेश के बावजूद जब लोग नहीं हटे तो पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।