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Up Kiran, Digital Desk: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने पिछले कुछ वर्षों में जीवन को पहले से कहीं ज्यादा आसान बना दिया है, मगर इसके साथ ही एक चिंता भी उभरी है। कई लोग यह सोचने लगे हैं कि AI के आ जाने से उनकी नौकरियां छिन सकती हैं। हालांकि, ऐसा पूरी तरह से सच नहीं है, क्योंकि कुछ नौकरियां हमेशा इंसान के हाथ में रहेंगी, वही AI उन कार्यों में सहायक बनेगा। आइए जानते हैं कि किन क्षेत्रों में AI हमारी मदद करेगा और कहां इंसानी योगदान की आवश्यकता बनी रहेगी।

AI बीमारी के सवाल का जवाब देगा, मगर इलाज तो डॉक्टर ही करेंगे। इसमें पूरा हेल्थकेयर सेक्टर शामिल है। AI फल और सब्ज़ियाँ उगाने में मदद करेगा, मगर यह इस काम को कभी पीछे नहीं छोड़ सकता। AI घर के कामों को आसान बनाएगा, मगर AI हाउसकीपिंग जैसे कई काम नहीं करेगा। AI को ठीक से काम करने के लिए इंसानों की ज़रूरत होगी। डेटा से जुड़ी नौकरियाँ सुरक्षित रहेंगी।

AI शिक्षकों को उनके काम में मदद करेगा। इससे शिक्षा क्षेत्र पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मनपसंद स्वादिष्ट खाना बनाने के लिए इंसान की ज़रूरत होगी। AI यह काम नहीं करेगा। AI एक्टिंग, डिज़ाइन, फ़िल्म मेकिंग जैसे क्रिएटिव कामों को खत्म नहीं कर पाएगा। लाइफ कोच, ज्योतिषी, समाजसेवी, काउंसलर को AI से कोई खतरा नहीं है।

बता दें कि AI ने निश्चित रूप से कई क्षेत्रों में क्रांति ला दी है मगर इसका उद्देश्य मनुष्यों के कार्यों को बदलना नहीं है। इसके बजाय AI का उद्देश्य इंसान की कार्यक्षमता को बढ़ाना है और कुछ कामों में सहारा देना है। कुछ नौकरियां जरूर बदल सकती हैं, मगर कई ऐसे क्षेत्रों में काम करने वाले लोग हमेशा अपने कार्यों में लगे रहेंगे। इसलिए, हमें AI को एक सहायक साधन के रूप में देखना चाहिए न कि इसे नौकरी का प्रतिस्थापन मानना चाहिए।