
Up Kiran, Digital Desk: रिलायंस इंडस्ट्रीज की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) 2025 में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने एक ऐसा बड़ा ऐलान किया है जो भारत में टेक्नोलॉजी की दुनिया को पूरी तरह से बदल सकता है। उन्होंने 'Reliance Intelligence' नाम के एक नए AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) इनिशिएटिव की घोषणा की है। इसके लिए रिलायंस ने दुनिया की दो सबसे बड़ी टेक कंपनियों, गूगल और मेटा के साथ साझेदारी की है।
क्या है 'Reliance Intelligence'?
मुकेश अंबानी ने बताया कि 'Reliance Intelligence' एक ऐसा प्लेटफॉर्म होगा जिसका मकसद भारत के हर नागरिक, हर बिजनेस और हर घर तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ताकत को पहुंचाना है। ठीक वैसे ही, जैसे जियो ने डेटा को हर भारतीय के लिए सस्ता और सुलभ बना दिया, 'Reliance Intelligence' का लक्ष्य AI को हर किसी के लिए आसान और फायदेमंद बनाना है।
अंबानी ने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि हर भारतीय AI-इनेबल्ड (AI-enabled) हो।"
गूगल और मेटा के साथ क्यों की साझेदारी
गूगल के साथ मिलकर रिलायंस अपने AI मॉडल्स को और भी स्मार्ट बनाएगा।
मेटा के साथ साझेदारी से रिलायंस अपने प्लेटफॉर्म में एडवांस AI फीचर्स जोड़ेगा, जिससे यूजर्स को बेहतरीन अनुभव मिलेगा।
इस बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए रिलायंस ने टेक्नोलॉजी की दुनिया के दो दिग्गजों - गूगल और मेटा (जो फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप की पेरेंट कंपनी है) - के साथ हाथ मिलाया है।
इस साझेदारी का मतलब है कि दुनिया की सबसे बेहतरीन AI टेक्नोलॉजी अब भारत के लिए, और भारत में ही विकसित की जाएगी। मुकेश अंबानी ने इसे भारत की विकास यात्रा के लिए एक बहुत बड़ा कदम बताया।