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Up Kiran, Digital Desk: चेहरे पर एक छोटा सा पिम्पल भी आ जाए तो हमारा सारा ध्यान उसी पर चला जाता है। हम उसे छुपाने के लिए, जल्दी से ठीक करने के लिए न जाने कितनी तरह की महंगी क्रीम और लोशन आज़माते हैं। लेकिन हम अक्सर यह भूल जाते हैं कि हमारी इस समस्या का सबसे भरोसेमंद और सस्ता इलाज तो हमारे आसपास ही मौजूद है - नीम का पेड़।

नीम को ऐसे ही 'सर्व रोग हारी' यानी 'सभी बीमारियों को हरने वाला' नहीं कहा जाता। यह सिर्फ़ एक पेड़ नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता दवाखाना है, खासकर जब बात स्किन की समस्याओं की हो। इसकी सबसे बड़ी ख़ासियत है कीटाणुओं से लड़ने की ताकत (antibacterial property) और सूजन को कम करने का गुण (anti-inflammatory property)। यही वो दो गुण हैं जो पिम्पल्स को जड़ से ख़त्म करने के लिए सबसे ज़रूरी हैं।

चलिए जानते हैं कि पिम्पल्स को भगाने के लिए आप नीम के पेड़ के हर हिस्से का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।

1. नीम की पत्तियां: सबसे आम और सबसे असरदार

यह तरीका तो हममें से ज़्यादातर लोगों ने सुना या आज़माया होगा।

कैसे इस्तेमाल करें: ताज़ी नीम की 10-15 पत्तियां लें और उन्हें पीसकर एक गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को सीधे अपने पिम्पल्स पर या पूरे चेहरे पर फेस पैक की तरह लगाएं। 15-20 मिनट तक सूखने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह न सिर्फ पिम्पल्स को सुखाता है, बल्कि उनके निशान भी हल्के करता है।

2. नीम का तेल: छोटा पैकेट, बड़ा धमाका

नीम का तेल बहुत ही शक्तिशाली होता है। इसे नीम के बीजों से निकाला जाता है।

कैसे इस्तेमाल करें: सीधे बोतल से उंगली पर तेल न लें। एक कॉटन बड (रुई की फाहे) पर तेल की एक-दो बूँदें लें और उसे सिर्फ़ पिम्पल के ऊपर लगाएं। इसे रात भर लगा रहने दें। ध्यान रहे, इसकी गंध थोड़ी तेज़ होती है, लेकिन इसका असर कमाल का होता है।

3. नीम की छाल: पुराना और आज़माया हुआ नुस्खा

यह दादी-नानी का वो नुस्खा है जो आज भी उतना ही कारगर है। पेड़ की बाहरी परत यानी छाल में भी कमाल के गुण होते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें: नीम की छाल का एक छोटा सा टुकड़ा लें और उसे पत्थर पर पानी के साथ घिसें। इससे जो लेप तैयार होगा, उसे मुहांसों पर लगाएं। यह पिम्पल्स की सूजन को बहुत जल्दी कम करता है।

4. नीम के फूल और टहनी (दातुन): अंदर से सफाई

शायद आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन नीम के छोटे-छोटे सफ़ेद फूल भी फायदेमंद होते हैं। इन्हें पानी में उबालकर उस पानी से चेहरा धोने से त्वचा साफ़ होती है। इसके अलावा, नीम की टहनी (दातुन) से सिर्फ़ दांत ही साफ़ नहीं होते, बल्कि इसे चबाने से खून भी साफ़ होता है। और जब आपका खून अंदर से साफ़ होगा, तो उसका असर बाहर चेहरे पर तो दिखेगा ही।