
ओडिशा में अवैध खनन से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के डिप्टी डायरेक्टर चिंतन रघुवंशी को CBI ने हिरासत में लिया है। चिंतन रघुवंशी पर एक कारोबारी से रिश्वत लेने का गंभीर आरोप है। यह रिश्वत कथित तौर पर खनन घोटाले में राहत देने के बदले में ली गई थी।
CBI की टीम ने शुरुआती जांच के बाद रघुवंशी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। अधिकारियों का कहना है कि उनके पास इस मामले से जुड़े पक्के सबूत हैं। जांच एजेंसी ने बताया कि चिंतन रघुवंशी पर आरोप है कि उन्होंने एक कारोबारी से लाखों रुपये की रिश्वत ली, ताकि उसे कानूनी कार्रवाई से बचाया जा सके।
बताया जा रहा है कि इस घोटाले में कई और अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं। CBI अब इस पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गई है। यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि जिस एजेंसी के अधिकारी पर आरोप लगा है, वही देश में आर्थिक अपराधों की जांच करती है।
रघुवंशी को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा और उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई तय होगी। CBI के सूत्रों के अनुसार, यह सिर्फ शुरुआत है और आने वाले दिनों में इस मामले से जुड़े और लोगों पर भी शिकंजा कस सकता है।
यह मामला देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी अभियान को एक नया मोड़ दे सकता है। लोगों को उम्मीद है कि दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी और कानून का राज कायम रहेगा।
--Advertisement--