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Up kiran,Digital Desk : झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन भी हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं। विपक्ष जहां छात्रवृत्ति और धान खरीद जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है, वहीं अब सत्ता पक्ष के अंदर ही एक नया घमासान शुरू हो गया है। आलम यह है कि एक मंत्री और एक विधायक आमने-सामने आ गए हैं, जिससे सदन का माहौल और गरमा गया है।

क्या है पूरा मामला?

ये सारा विवाद दुमका के हंसडीहा में बने एक नए सरकारी अस्पताल से जुड़ा है। कुछ दिन पहले इस अस्पताल के लिए खरीदे गए करोड़ों रुपये के मेडिकल उपकरण चोरी हो गए। इसी बात को लेकर कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने अपनी ही सरकार के स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग की बड़ी लापरवाही की वजह से हंसडीहा अस्पताल से 25 करोड़ रुपये के उपकरण चोरी हुए हैं और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी इस पर चुप क्यों हैं।

मंत्री और विधायक में जुबानी जंग

प्रदीप यादव का यह आरोप स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को नागवार गुजरा। उन्होंने तुरंत पलटवार करते हुए कहा कि चोरी हुई है, यह सच है, लेकिन 25 करोड़ की चोरी की बात सरासर झूठ है। मंत्री के मुताबिक, अस्पताल से सिर्फ 70-80 लाख रुपये के सामान की चोरी हुई है।

इरफान अंसारी यहीं नहीं रुके, उन्होंने प्रदीप यादव को चुनौती देते हुए कहा कि उन्हें सदन में झूठी बातें करने से बचना चाहिए। अगर वे 25 करोड़ की चोरी का आरोप लगा रहे हैं, तो उन्हें इसका सबूत देना होगा। मंत्री ने साफ कहा, "अगर प्रदीप यादव यह साबित नहीं कर पाए, तो उन्हें पूरे सदन के सामने माफी मांगनी पड़ेगी।" अब देखने वाली बात यह होगी कि सत्ता पक्ष का यह अंदरूनी झगड़ा आगे क्या मोड़ लेता है।