Up Kiran, Digital Desk: हिंदी सिनेमा का एक हँसता हुआ चेहरा, गोवर्धन असरानी अब हमारे बीच नहीं रहे। 20 अक्टूबर 2025 को मुंबई में उनका 84 साल की उम्र में निधन हो गया। वर्षों से बीमार चल रहे असरानी का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था। उनके अंतिम संस्कार में परिवार, करीबी दोस्त और फ़िल्मी दुनिया के साथी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर असरानी को याद करते हुए लिखा –
“श्री गोवर्धन असरानी जी के निधन से गहरा दुख हुआ। वह एक बहुआयामी कलाकार थे, जिन्होंने पीढ़ियों को हँसी और खुशी दी। उनका योगदान अमिट रहेगा।”
हँसी के सुपरस्टार: 50+ सालों का सफर
300 से ज़्यादा फिल्मों में काम करने वाले असरानी को ‘हास्य का राजा’ कहना गलत नहीं होगा। उन्होंने अपने अभिनय से हँसी को एक कला बना दिया।
‘शोले’ में उनका जेलर का किरदार – “अंग्रेजों के ज़माने के जेलर” – आज भी लोगों के चेहरों पर मुस्कान ले आता है। ‘चुपके-चुपके’, ‘बावर्ची’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘छोटी सी बात’ जैसी फ़िल्मों में असरानी की मासूमियत और जबरदस्त टाइमिंग ने उन्हें अमर बना दिया।
सिर्फ कॉमेडियन नहीं, एक सुकून थे
असरानी के लिए एक्टिंग सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि इमोशन था। वे हर रोल में ऐसी जान डालते थे कि वो किरदार हिट हो जाता था। उनके चेहरे की मुस्कान, आंखों की मासूमियत और डायलॉग डिलीवरी ने उन्हें लाखों दिलों का चहेता बना दिया।
बॉलीवुड और फैंस ने जताया दुख
बॉलीवुड सितारों से लेकर आम दर्शकों तक, हर किसी ने असरानी को ‘भारत को हँसाने वाला चेहरा’ बताया। सोशल मीडिया पर क्लासिक सीन और डायलॉग्स शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है।
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