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जिस मुल्क का जन्म ही भारत की मेहरबानी से हुआ हो, अगर वही मुल्क भारत को आंख दिखाने लगे तो इसे क्या कहेंगे? जी हां, आप सही समझे, हम बात कर रहे हैं हमारे पूर्वी दिशा के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश की। सरहद और नदियों के पानी को लेकर तो बांग्लादेश अक्सर भारत के साथ उलझता रहता है। मगर अब उसके एक व्यापारिक कदम ने भारतीय किसानों को करोड़ों का फटका दिया है। हम बात कर रहे हैं भारतीय खजूर पर बांग्लादेश में लगाए गए इंपोर्ट ड्यूटी की, जिसकी वजह से भारत के निर्यातकों का करोड़ों रुपये का माल भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर ट्रकों में पड़ा सड़ रहा है।

आसमान से गिरकर खजूर पर अटकने की कहावत तो अब पुरानी हो चली है। यहां तो खुद खजूर ही अटका पड़ा है और वह भी लाखों की तादाद में। हम बात कर रहे हैं खजूर से लदे उन सैकड़ों ट्रकों की जो काफी अरसे से भारत बांग्लादेश सीमा पर अटके पड़े हैं और उनमें लदा खजूर सड़ रहा है। इन खजूर की कीमत करोड़ों रुपये की है। जाहिर है कि यह नुकसान भारत के खजूर निर्यातकों और किसानों का हो रहा है और इसके लिए जिम्मेदार है बांग्लादेश सरकार का एक फैसला।

खजूर पर टैक्स की बौछार

दरअसल अपने एकतरफा व्यापारिक फैसले के तहत बांग्लादेश ने भारत से आने वाले खजूर पर लगने वाले इम्पोर्ट ड्यूटी में बेतहाशा बढ़ोतरी कर दी है। दो सालों में भारत से आने वाले खजूर पर 700 गुना ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी लगा दी गई है। दो साल पहले ₹10 प्रति किलो लगने वाले इंपोर्ट ड्यूटी को अब बढ़ाकर ₹80 प्रति किलो कर दिया गया है।

आपको बता दें कि बांग्लादेश भारतीय खजूर निर्यातकों के लिए एक बड़ा बाजार रहा है। सिर्फ गुजरात से ही सालाना 600 टन खजूर बांग्लादेश में आयात होता है। मगर अपनी बदहाली को सुधारने के लिए बांग्लादेश ने अब इन किसानों पर टैक्स की बिजली गिराकर कहर बरपा दिया है। 

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