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Up Kiran, Digital Desk: हाल के महीनों में देश के विभिन्न हिस्सों से लगातार पालतू कुत्तों के हमलों की चिंताजनक घटनाएँ सामने आईं हैं। इनमें कई बार निर्दोष लोगों की जान पर भी बन आई। इसी पृष्ठभूमि में सरकार ने एक बड़ा और निर्णायक कदम उठाया है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है।

सरकारी आदेश के अनुसार, अब 17 विशेष नस्लों के कुत्तों को पालतू बनाना प्रतिबंधित कर दिया गया है। ये वे नस्लें हैं जिन्हें स्वभाव से अत्यधिक आक्रामक माना जाता है और जिनसे जान-माल को गंभीर खतरा हो सकता है। इस फैसले का उद्देश्य है आम जनता को ऐसे जानवरों से होने वाले संभावित खतरों से सुरक्षित रखना।

सरकार का यह फैसला अचानक नहीं आया है। दरअसल, फरवरी में कई नागरिक संगठनों और आम लोगों ने ऐसे खतरनाक नस्ल के कुत्तों पर प्रतिबंध लगाने की माँग की थी। बीते महीनों में दर्जनों हमलों की घटनाओं ने इस मांग को और बल दिया, जिसके बाद प्रशासन ने विशेषज्ञों की सलाह के बाद यह ठोस निर्णय लिया।

अब यदि कोई व्यक्ति इन प्रतिबंधित नस्लों के कुत्तों को अपने घर में पालते हुए पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। साथ ही, जो लोग पहले से ही ऐसे कुत्तों के मालिक हैं, उन्हें इन जानवरों का अनिवार्य रूप से पंजीकरण कराना होगा। इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक स्थानों पर इन्हें घुमाते समय विशेष सुरक्षा मानकों का पालन करना ज़रूरी होगा—जैसे कुत्ते के थूथन पर जाली का प्रयोग और मजबूत ज़ंजीर का इस्तेमाल।

यह फैसला भले ही कुछ लोगों के लिए कठोर लगे, लेकिन बढ़ते हमलों और सार्वजनिक सुरक्षा की आवश्यकता को देखते हुए इसे एक आवश्यक कदम माना जा रहा है।

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