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Up Kiran, Digital Desk: गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में सोमवार की सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक यात्री विमान आपात स्थिति में लैंडिंग के दौरान तकनीकी खराबी के कारण रनवे से फिसल गया और क्षतिग्रस्त हो गया। विमान में सवार 12 क्रू सदस्यों समेत कुल 242 लोग बाल-बाल बच गए। शुरुआती जांच में किसी बड़े जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है, मगर इस घटना ने एक बार फिर से विमानों की बनावट, सुरक्षा और तकनीकी दक्षता को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस तरह की घटनाओं के बाद आमतौर पर लोगों के मन में एक सवाल उठता है हवाई जहाज आखिर किस चीज से बना होता है, जो इतनी ऊंचाई, रफ्तार और कभी-कभी हादसों का भी सामना कर पाता है।

क्यों खास होती है विमान की बॉडी

विमान की बॉडी यानी फ्यूज़लेज (Fuselage) को बेहद हल्के मगर मजबूत मटेरियल से बनाया जाता है। इसका सबसे प्रमुख घटक होता है एल्युमिनियम। एल्युमिनियम का इस्तेमाल विमान निर्माण में इसलिए किया जाता है क्योंकि ये हल्का होता है, जिससे ईंधन की खपत कम होती है और विमान को उड़ाने में सहूलियत मिलती है।  

मजबूत होता है, जिससे उच्च दबाव और तापमान को झेल सकता है। जंग नहीं पकड़ता, जिससे यह नमी, समुद्री हवा और वर्षा के प्रभाव से सुरक्षित रहता है। अहमदाबाद हादसे में भी विमान की संरचना की मजबूती ने यात्रियों को किसी बड़ी त्रासदी से बचाया, हालांकि जांच रिपोर्ट का इंतजार है।

विमान निर्माण में केवल एल्युमिनियम ही नहीं बल्कि टाइटेनियम का भी अहम योगदान होता है। टाइटेनियम का उपयोग मुख्य रूप से इंजन पार्ट्स, लैंडिंग गियर और विंग जॉइंट्स में किया जाता है। यह धातु अधिक तापमान सहन करने में सक्षम होती है और भार वहन की उच्च क्षमता रखती है।

कुछ आधुनिक विमानों में कार्बन फाइबर कंपोजिट का भी उपयोग होने लगा है जो एल्युमिनियम से भी अधिक हल्का और फ्लेक्सिबल होता है।

 

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