
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थस्थल तिरुपति में होमस्टे की बढ़ती संख्या अब पुलिस की निगरानी में आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, तिरुपति पुलिस ने शहर में तेजी से बढ़ते होमस्टे (mushrooming homestays) पर लगाम कसने और उनके संचालन को विनियमित करने का निर्णय लिया है। यह कदम शहर में सुरक्षा सुनिश्चित करने, अवैध गतिविधियों को रोकने और पर्यटन उद्योग में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
तिरुपति, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन के लिए आते हैं, एक प्रमुख पर्यटन और तीर्थस्थल है। इस वजह से, होटल और गेस्ट हाउस के अलावा, बड़ी संख्या में होमस्टे भी सामने आए हैं, जो अक्सर बिना उचित पंजीकरण या सुरक्षा मानकों के संचालित होते हैं।
पुलिस की कार्रवाई का कारण और उद्देश्य:
सुरक्षा चिंताएं: बिना पंजीकरण के चल रहे होमस्टे में यात्रियों की सुरक्षा एक बड़ी चिंता का विषय है। इन जगहों पर आपराधिक गतिविधियों की संभावना बढ़ जाती है।
अवैध संचालन: कई होमस्टे बिना आवश्यक लाइसेंस और अनुमतियों के संचालित हो रहे हैं, जिससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है।
मानकीकरण: पुलिस का लक्ष्य इन होमस्टे के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) स्थापित करना है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे बुनियादी सुरक्षा और स्वच्छता मानदंडों का पालन करें।
पर्यटन की छवि: शहर की पर्यटन छवि को बनाए रखने और आगंतुकों को एक सुरक्षित और आरामदायक अनुभव प्रदान करने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
पुलिस अब इन होमस्टे की पहचान करने, उनके पंजीकरण की जांच करने और उन पर आवश्यक नियमों का पालन कराने के लिए अभियान चलाएगी। जो होमस्टे नियमों का उल्लंघन करते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह पहल तिरुपति में पर्यटन क्षेत्र को अधिक संगठित और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। इससे न केवल स्थानीय प्रशासन को मदद मिलेगी, बल्कि पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को भी शहर में रहने के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय विकल्प मिलेगा।
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