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Up Kiran, Digital Desk: उत्तराखंड के हल्द्वानी में महिला सेल में हाल ही में आई शिकायतों ने एक नई और चिंताजनक सच्चाई को उजागर किया है। एक ओर जहां सशक्तिकरण की दिशा में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं वहीं दूसरी ओर शादी के बाद जीवन में घटीं उम्मीदों और हकीकत के बीच अंतर ने घरों के माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। यहां की महिलाओं द्वारा उठाई गई शिकायतें पुलिस काउंसलिंग टीम को भी हैरान कर रही हैं। शिकायतों का मुख्य विषय कुछ और नहीं बल्कि जीवनसाथी द्वारा किए गए वादों का टूटना और छोटे-छोटे संघर्षों से उपजी परेशानियाँ हैं।

सपनों और हकीकत के बीच संघर्ष

हल्द्वानी महिला सेल में पिछले एक साल में 1428 शिकायतें दर्ज की गई हैं जिनमें से लगभग 80 प्रतिशत शिकायतकर्ता महिलाएं हैं जिनकी उम्र 22 से 32 साल के बीच है। यह वे महिलाएं हैं जिनकी शादी हाल ही में हुई है और वे खुद को अपने पति द्वारा किए गए वादों के टूटने और बढ़ते घरेलू तनाव से जूझते हुए पा रही हैं। इनमें से कई महिलाएं यह शिकायत करती हैं कि शादी से पहले उनके पतियों ने उन्हें महंगे पर्यटन स्थलों की सैर कराने के सपने दिखाए थे मगर शादी के बाद हकीकत कुछ और ही निकली।

गोवा की जगह नैनीताल और कश्मीर की जगह शिमला

पिथौरागढ़ की एक 24 वर्षीय नवविवाहिता ने पुलिस को बताया कि उसके पति ने शादी से पहले उसे गोवा घुमाने का वादा किया था मगर अब शादी के बाद सिर्फ नैनीताल घुमा कर ही अपने कर्तव्यों का पालन कर लिया। इसी तरह हल्द्वानी की एक 29 वर्षीय महिला ने शिकायत की कि उसके पति ने शादी से पहले कश्मीर घुमाने का वादा किया था मगर अब वह समय नहीं देते और बस रोज़ाना के घरेलू विवादों से जीवन गुजार रहे हैं।

इन शिकायतों में एक बात साफ दिख रही है कि सपने और वादे शुरू में बहुत अच्छे लगते हैं मगर शादी के बाद के जीवन में जब आर्थिक और मानसिक दबाव बढ़ता है तो उन वादों की कीमत धूमिल पड़ने लगती है।

आधुनिक जीवनशैली की उम्मीदें और निराशाएँ

सिर्फ पर्यटन स्थलों के वादे ही नहीं बल्कि आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी कुछ और दिलचस्प और परेशान करने वाली बातें भी सामने आई हैं। हल्द्वानी की एक 23 वर्षीय विवाहिता ने महिला सेल में शिकायत दी जिसमें उसने बताया कि उसे ज़माने के हिसाब से सोशल मीडिया पर रील और अच्छे कंटेंट बनाने का शौक था मगर उसके पति इस शौक को लेकर उसे सपोर्ट नहीं कर रहे थे। उसने पति से आईफोन की डिमांड की थी ताकि वह अपने कंटेंट को और बेहतर बना सके मगर उसका यह सपना भी अधूरा रहा।

इसी तरह गौलापार की 32 वर्षीय महिला ने पति के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज कराई। उसका कहना था कि पति ने उसे जबर्दस्ती घर के कामों में उलझा दिया है और उसकी व्यक्तिगत इच्छाओं और पसंद को नजरअंदाज किया है।

काउंसलिंग टीम की चिंता

महिला सेल में काउंसलिंग टीम के सदस्य इस बात को लेकर चिंतित हैं कि ऐसी शिकायतें क्यों बढ़ रही हैं। काउंसलिंग टीम के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर बताया "यह नई पीढ़ी के बीच आ रही तनावों की एक झलक है। आजकल के लोग विवाह को सिर्फ एक शारीरिक संबंध के रूप में नहीं बल्कि एक साझेदारी के रूप में देखना चाहते हैं मगर जब यह साझेदारी केवल वादों और भ्रमों तक सीमित रहती है तो समस्याएं पैदा होती हैं।"

वहीं हल्द्वानी महिला सेल की प्रभारी विनीता शर्मा ने बताया "महिलाओं की इस मानसिकता को समझने की जरूरत है जिसमें वे खुद को जीवन के दूसरे हिस्से के रूप में नहीं बल्कि एक स्वतंत्र और सशक्त व्यक्तित्व के रूप में देखना चाहती हैं। जब उनके पति उनका समर्थन नहीं करते या वादों से मुकर जाते हैं तो यह तनाव और असंतोष का कारण बनता है।"

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