img

Up Kiran, Digital Desk:
 ओडिशा के केंद्रापाड़ा जिले से एक बेहद दुखद और हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मामूली सी पैर की मोच का इलाज कराना एक युवक के लिए जानलेवा साबित हो गया। घटना औल थाना क्षेत्र के सिंगिरी बाजार की है।

क्या है पूरा मामला?

भरतपुर गांव का रहने वाला 22 वर्षीय प्रशांत साहू शुक्रवार को अपने पैर में आई हल्की मोच का इलाज कराने के लिए पास के सिंगिरी बाजार स्थित 'अन्नपूर्णा मेडिकल हॉल' नाम के मेडिकल स्टोर पर गया था। प्रशांत के पिता कलाकार साहू ने नम आंखों से बताया कि उनका बेटा डॉक्टर के पास जाना चाहता था, लेकिन एक दोस्त के कहने पर वह सीधे मेडिकल स्टोर चला गया।

आरोप है कि वहां मेडिकल स्टोर के मालिक संजय पात्रा ने बिना किसी डॉक्टरी सलाह या योग्यता के प्रशांत को दो इंजेक्शन लगा दिए। इंजेक्शन लगते ही प्रशांत की हालत बिगड़ने लगी, उसे उल्टियां होने लगीं और सीने में तेज दर्द शुरू हो गया।

अस्पताल में भी लापरवाही का आरोप

घबराए परिजन उसे फौरन पास के पट्टामुंडई सरकारी स्वास्थ्य केंद्र ले गए। लेकिन, पिता कलाकार साहू का आरोप है कि वहां मौजूद डॉक्टरों ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया और प्राथमिक जांच के बाद उन्हें घर वापस भेज दिया।

घर पहुंचने पर प्रशांत की हालत और ज्यादा खराब हो गई। इसके बाद उसे केंद्रापाड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। वहां डॉक्टरों ने प्रशांत को मृत घोषित कर दिया।

पिता का दर्द और न्याय की गुहार

मृतक के पिता ने बिलखते हुए कहा, "मेरे बेटे को कोई बीमारी नहीं थी, वह बिल्कुल ठीक था। उसने डॉक्टर को दिखाने की बात कही थी, पर दोस्त के साथ जल्दबाजी में मेडिकल स्टोर चला गया। वहां दो इंजेक्शन दिए और उसकी हालत बिगड़ गई। पट्टामुंडई के डॉक्टर ने भी लापरवाही की और उसे वापस भेज दिया। जब तक हम केंद्रापाड़ा अस्पताल पहुंचे, सब खत्म हो चुका था।"

आरोपी फरार, लोगों में गुस्सा

इस दर्दनाक घटना के बाद से आरोपी मेडिकल स्टोर मालिक संजय पात्रा फरार बताया जा रहा है। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है। प्रशांत के परिजनों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार मेडिकल स्टोर मालिक की तलाश तेज कर दी है। इस घटना ने एक बार फिर बिना डिग्री या योग्यता के इलाज करने वाले 'झोलाछाप' डॉक्टरों के खतरे को उजागर किया है।

--Advertisement--