img

Up Kiran Digital Desk: वो दोपहर बाकी दिनों जैसी नहीं थी। मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर की घंटी बजी। लाइन पर एक कैब ड्राइवर था। घबराई हुई आवाज़ में उसने बताया—मलाड के एक सुनसान इलाके की झाड़ियों में एक बड़ा सूटकेस पड़ा है, जिसे एक सवारी वहां छोड़कर ऑटो से कहीं निकल गई है।

पुलिस को शक हुआ। वायरलेस पर मैसेज दौड़ा और चंद मिनटों में टीम मौके पर पहुंच गई। सूटकेस खोला गया तो जो देखा गया, उसने हर इंसान की रूह कंपा दी—भीतर एक युवती की लाश थी।

कौन थी ये युवती?

पुलिस की जांच में जल्द ही पहचान हो गई—ये लाश कोटा की रहने वाली 23 साल की मानसी दीक्षित की थी, जो मुंबई में मॉडलिंग कर रही थी। मानसी कोई आम लड़की नहीं थी। उसने मिस कोटा 2014 के ब्यूटी कॉन्टेस्ट में रनर-अप का खिताब जीता था। सपनों की तलाश में वह मायानगरी पहुंची थी। लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि सोशल मीडिया पर हुई एक दोस्ती उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती बन जाएगी।

फर्जी अभिनेता और शिकारी सोच

मानसी की दोस्ती सोशल मीडिया पर जिस शख्स से हुई, उसका नाम था मुजम्मिल सईद। उसने खुद को अभिनेता बताया था। फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर उसने मानसी का भरोसा जीता। वह हैदराबाद का रहने वाला था लेकिन मुंबई के जोगेश्वरी में फ्लैट किराए पर ले रखा था।

हत्या का दिन: फोटोज़ से मौत तक

15 अक्टूबर को जब फ्लैट खाली था, मुजम्मिल ने मानसी को फोटोशूट के बहाने बुलाया। कुछ देर की बातचीत के बाद माहौल बिगड़ गया। मानसी को कुछ गलत महसूस हुआ और वह जाने लगी। तभी मुजम्मिल ने पास रखा स्टूल उठाया और उसके सिर पर दे मारा। वह बेहोश हो गई। पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, इसके बाद उसने जबरदस्ती करने की कोशिश की। जब मानसी को होश आया, उसने चिल्लाना चाहा, तो मुजम्मिल ने उसे गला घोंटकर मार डाला।

सूटकेस में लाश, कैब में भागने की साजिश

हत्या के बाद उसने लाश को एक बड़े सूटकेस में डाला, कैब बुक की और प्लान के मुताबिक उसे डिग्गी में रखवाने की कोशिश की। लेकिन पहला कैब ड्राइवर शक कर गया। दूसरी कैब में उसने एयरपोर्ट की लोकेशन डाली, लेकिन फिर रास्ते में बदल दी। ड्राइवर को कुछ गड़बड़ लगी, उसने दूरी बनाकर नजर रखी।

मलाड पहुंचकर मुजम्मिल ने सूटकेस सड़क किनारे झाड़ियों में छोड़ा और ऑटो पकड़कर फरार हो गया।

कैब ड्राइवर बना हीरो, पुलिस ने चंद घंटों में सुलझाई मिस्ट्री

कैब ड्राइवर की सतर्कता ने पूरी कहानी को पलट दिया। उसके बताए हुए हुलिए और CCTV फुटेज से पुलिस ने मुजम्मिल को कुछ ही घंटों में धर दबोचा। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

क्या सबक देती है मानसी की कहानी?

मानसी की कहानी सिर्फ एक क्राइम रिपोर्ट नहीं है—ये सोशल मीडिया की झूठी चमक के पीछे छुपे अंधेरे की चेतावनी है। कैसे एक लड़की, जो अपने सपनों को जीना चाहती थी, एक फर्जी प्रोफाइल के जाल में फंस गई।

ये घटना बताती है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए सिर्फ कानून नहीं, जागरूकता भी जरूरी है। और एक समाज के रूप में हमें ये देखना होगा कि 'दोस्ती' के नाम पर भरोसे का कत्ल कैसे हो रहा है।

--Advertisement--