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Up Kiran, Digital Desk: हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर के रूप में हरिद्वार को एक नया रूप देने की योजना पर CM पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी दी है। वे इसे काशी विश्वनाथ और उज्जैन महाकाल कॉरिडोर की तरह भव्य और आकर्षक बनाने की बात कह रहे हैं। इस योजना की डीपीआर भी तैयार हो चुकी है और जल्द ही इसका काम शुरू होने वाला है।
हरिद्वार की सड़कों और पर्यटन स्थलों में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं भी चल रही हैं। नगर में हेलीपोर्ट का निर्माण हो रहा है, जिससे हवाई आवागमन में सुधार होगा। इसके अलावा, जाम की समस्या को खत्म करने के लिए पॉड टैक्सी की संभावना पर व्यापारियों की सहमति के बाद विचार किया जाएगा। रोपवे का निर्माण भी हरकी पैड़ी से मां चंडी देवी और मां मनसा देवी तक मंजूरी मिलने के बाद शुरू हो जाएगा, जो तीर्थयात्रियों के लिए सुविधा बढ़ाएगा।
लालढांग क्षेत्र में बरसाती नदी पर पुल बनाने के साथ-साथ झूला पुल की दिशा में भी कार्य प्रगति पर है। यह सभी विकास कार्य ऋषिकुल मैदान में आयोजित विकास संकल्प पर्व के दौरान CM ने विस्तार से बताए।
धामी ने जोर दिया कि उनका उद्देश्य हरिद्वार को विश्वस्तरीय शहर बनाना है, जहां धार्मिक आयोजन जैसे कांवड़ यात्रा और कुंभ मेला भव्य, सुरक्षित और यादगार हों। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार न केवल आर्थिक विकास पर ध्यान दे रही है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक संरचना को भी बचाए रखने का संकल्प ले चुकी है।
राज्य में कड़े कानून लागू किए गए हैं, जिनका उद्देश्य धर्मांतरण विरोधी और दंगा-प्रवण गतिविधियों को रोकना है। साथ ही, ‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’ और ‘थूक जिहाद’ जैसी मानसिकताओं के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है। भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता नीति पर सरकार पूरी तरह कायम है।
हरिद्वार जिले में 550 करोड़ से अधिक की लागत से 107 नई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी CM ने किया। यह निवेश जिले की समृद्धि और बुनियादी सुविधाओं के विकास को मजबूती देगा।
भ्रष्टाचार को लेकर उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अब सिर्फ मामूली अधिकारियों पर ही कार्रवाई नहीं होती, बल्कि बड़े भ्रष्टाचारी भी कानून के कटघरे में लाए जा रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में 200 से अधिक भ्रष्ट अधिकारियों को जेल भेजा जा चुका है।
CM ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि एक समय वह पार्टी केवल सत्ता के लिए काम करती रही, जिससे राज्य में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और पलायन जैसी समस्याएं बढ़ीं।
उन्होंने हरिद्वार के लिए कुछ नई घोषणाएं भी कीं, जिनमें लालढांग में सिंचाई के लिए झील का निर्माण, लालढांग सीएचसी को पीएचसी में अपग्रेड करना, भगवानपुर से इकबालपुर तक सड़क चौड़ीकरण, नई सड़क का निर्माण, निरंजनपुर में डिग्री कॉलेज खोलना और कई अन्य बुनियादी सुविधाओं का विकास शामिल है।
इन सभी पहलों से न केवल हरिद्वार के नागरिकों को बेहतर जीवन मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से भी और अधिक विकसित होगा।
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