
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार दूसरी बार रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की है। इस फैसले के बाद रेपो रेट घटकर अब 6 प्रतिशत पर आ गया है। इससे पहले फरवरी में भी RBI ने रेपो रेट में इतनी ही कटौती की थी। इस नई कटौती से लोन लेने वालों को राहत मिलेगी, क्योंकि अब होम लोन और कार लोन की EMI कम हो जाएगी।
इस घोषणा को RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति बैठक के बाद बुधवार को सार्वजनिक किया।
EMI में कितनी राहत मिलेगी?
रेपो रेट में कटौती का सीधा असर होम लोन और कार लोन पर पड़ता है। आइए उदाहरण से समझते हैं:
लोन राशि | अवधि (वर्ष) | पुरानी ब्याज दर | नई ब्याज दर | वर्तमान EMI | नई EMI |
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₹50 लाख | 20 साल | 8.25% | 8.00% | ₹42,603 | ₹41,822 |
₹40 लाख | 20 साल | 8.25% | 8.00% | ₹34,083 | ₹33,458 |
महंगाई काबू में, नीति में बदलाव
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि महंगाई में कमी आई है और यह अब RBI के लक्षित दायरे में है। मौद्रिक नीति समिति (MPC) के सभी सदस्यों ने इसे सकारात्मक संकेत माना है। RBI ने अपने रुख को ‘न्यूट्रल’ से बदलकर ‘अकोमोडेटिव’ कर दिया है, यानी जरूरत पड़ने पर आगे भी ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है।
वैश्विक परिस्थितियों पर RBI की नजर
गवर्नर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय हालात अभी भी चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। अमेरिका और अन्य देशों द्वारा बढ़ाए गए टैरिफ से भारत के निर्यात पर असर पड़ सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद स्थिरता से आगे बढ़ रही है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर अच्छा प्रदर्शन कर रहा है
बैंकिंग सेक्टर मजबूत स्थिति में है
विदेशी निवेश के लिए माहौल अनुकूल बना हुआ है
हालांकि, इन सभी सकारात्मक संकेतों के बावजूद RBI ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.7% से घटाकर 6.5% कर दिया है।